कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में बगावती तेवर अपनाने वाले नेता बुरी तरह अलग थलग पड़ गए, बल्कि वे बार-बार अपने पत्र को लेकर सफाई देते नजर आए. असंतुष्ट नेताओं के पत्र को लेकर पार्टी में उठे तूफान को शांत करने में मनमोहन सिंह और ए.के. एंटोनी ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. लेकिन, अंबिका सोनी ने सभी 23 असंतुष्ट नेताओं पर कार्रवाई की मांग की, जिसके बाद पूरा परिदृश्य ही बदल गया.