Haryana Political Crisis:हरियाणा सरकार पर अब संकट गहराता जा रहा है, क्योंकि आज तीन निर्दलीय विधायकों ने भाजपा को समर्थन वापस ले लिया है। वहीं, अब पूर्व उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने इस प्रकरण पर कांग्रेस का समर्थन करते हुए कहा कि अगर भाजपा सरकार के विरुद्ध अविश्वास प्रस्ताव लाया जाता है, तो जननायक जनता पार्टी के सभी विधायक नायब सिंह सैनी सरकार के खिलाफ वोट करेंगे।
इन तीन निर्दलीय विधायकों के नाम पुंडरी से रणधीर गोलन, नीलोखेड़ी से धर्मपाल गोंदर और दादरी से सोमबीर सिंह सांगवान हैं। समर्थन वापस लेने का पत्र विधायकों ने हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय को लिखकर भेज दिया।
यहां ये ध्यान देने जरूरी है कि तीन निर्दलीय विधायकों ने भाजपा से समर्थन वापस लेने के साथ पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हु्ड्डा और राज्य कांग्रेस प्रमुख उदय भान के साथ आकर प्रेस कॉन्फ्रेंस की और अब उन्होंने विपक्ष में बैठी कांग्रेस का समर्थन कर दिया है।
दुष्यंत चौटाला ने मीडिया से कहा, "अगर विपक्ष के नेता भूपिंदर सिंह हुड्डा द्वारा अविश्वास प्रस्ताव लाया जाता है, तो हमारे सभी विधायक भाजपा सरकार के खिलाफ मतदान करेंगे।" दूसरी तरफ खुद पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा ने इस बयान के सामने आते है कह दिया कि अब वक्त आ गया है, जेजेपी ये साबित करे कि वो भाजपा की बी-टीम नहीं है।
भूपेंद्र सिंह ने आगे कहा, "यदि वे (JJP) भाजपा की बी-टीम नहीं हैं, तो उन्हें तुरंत राज्यपाल को लिखना चाहिए। हम राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग करते हैं और चुनाव होने चाहिए।'' हरियाणा के लोग अपनी अगली सरकार चुनने के लिए अक्टूबर में मतदान करेंगे।
जानिए, हरियाणा विधानसभा का गणितअभी 90 सदस्यीय हरियाणा विधानसभा में मौजूदा वक्त में 88 विधायक हैं। अगर पार्टियों के हिसाब से देखें तो क्रमवार भाजपा के पास 40, कांग्रेस के पास 30 विधायक और जननायक जनता पार्टी (JJP) के पास 10 विधायक हैं। इनके अलावा कई निर्दलीय विधायक हैं।