नई दिल्ली: इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष सैम पित्रोदा ने कांग्रेस पार्टी को 'विरासत कर' विवाद में लपटने के बाद फिर से एक तुफानी बयान देकर पार्टी को मुश्किल में डाल दिया है। जी हां, सैम पित्रोदा ने भारत की विविधता पर बोलकर एक बार फिर नई आग भड़का दी है। पित्रोदा ने कहा है, "दक्षिण भारत के लोग "अफ्रीकियों जैसे दिखते हैं। वहीं पूर्वी भारत के लोग चीनी जैसे दिखते हैं, पश्चिम भारत के लोग अरब जैसे दिखते हैं।"
समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार सैम ने इस बारे में बात करते हुए कि भारत दुनिया में लोकतंत्र का एक चमकदार उदाहरण है, उन्होंने कहा, "देश के लोग 75 वर्षों से बहुत खुशहाल माहौल में रह रहे हैं, भारत में लोग यहां-वहां के कुछ झगड़ों को छोड़कर आराम से एक साथ रह सकते हैं"।
पित्रोदा ने 'द स्टेट्समैन' को दिए एक साक्षात्कार में भारत में लोकतंत्र पर विचार करते हुए कहा, "हम 75 वर्षों से बहुत खुशहाल माहौल में रह रहे हैं, जहां लोग यहां-वहां के कुछ झगड़ों को छोड़कर एक साथ रह सकते हैं। हम भारत पर मजबूत पकड़ बनाए रख सकते हैं। भारत एक विविधतापूर्ण देश है, जहां पूर्व के लोग चीनी जैसे दिखते हैं, पश्चिम के लोग अरब जैसे दिखते हैं, उत्तर के लोग गोरे जैसे दिखते हैं और शायद दक्षिण के लोग अफ़्रीकियों जैसे दिखते हैं।"
उन्होंने आगे कहा कि भारत के लोग विभिन्न भाषाओं, धर्म, भोजन और रीति-रिवाजों का सम्मान करते हैं, जो अलग-अलग क्षेत्रों में अलग-अलग होते हैं। उन्होंने कहा, "यह वह भारत है। जिसमें मैं विश्वास करता हूं। जहां हर किसी के लिए जगह है और हर कोई थोड़ा-बहुत समझौता करता है।"
मालूम हो कि इससे पहले सैम पित्रोदा ने अमेरिका में प्रचलित विरासत कर की अवधारणा के बारे में बोलते हुए विवाद खड़ा कर दिया था और कहा था कि इसे भारत में जारी किए जाने पर चर्चा करने की आवश्यकता है।
उन्होंने कहा था, "अमेरिका में विरासत कर है। यदि किसी के पास 100 मिलियन अमरीकी डालर की संपत्ति है और जब वह मर जाता है तो वह केवल 45 प्रतिशत अपने बच्चों को ट्रांसफर कर सकता है, 55 प्रतिशत सरकार द्वारा ले लिया जाता है। यह एक दिलचस्प कानून है।"
पित्रोदा ने आगे कहा था, "आपने अपनी पीढ़ी में संपत्ति बनाई और अब जब आप जा रहे हैं, आपको अपनी संपत्ति जनता के लिए छोड़नी चाहिए, पूरी नहीं तो कम से कम आधी होनी ही चाहिए, जो मुझे उचित लगती है।"
टिप्पणियों के विवाद में घिरने के बाद पित्रोदा ने इस मुद्दे को कमतर करने की कोशिश करते हुए कहा कि उन्होंने उदाहरण के तौर पर केवल अमेरिका में विरासत कर का हवाला दिया था।
कांग्रेस नेता ने कहा था, "किसने कहा कि 55 प्रतिशत संपत्ति छीन लिया जाएगा? किसने कहा कि भारत में ऐसा कुछ किया जाना चाहिए? भाजपा और मीडिया क्यों घबराए हुए हैं? मैंने टीवी पर अपनी सामान्य बातचीत में केवल एक उदाहरण के रूप में अमेरिका में अमेरिकी विरासत कर का उल्लेख किया था। मैंने कहा कि ये ऐसे मुद्दे हैं, जिन पर लोगों को चर्चा और बहस करनी होगी। इसका कांग्रेस सहित किसी भी पार्टी की नीति से कोई लेना-देना नहीं है।''
हालांकि, कांग्रेस ने आधिकारिक तौर पर पित्रोदा की टिप्पणियों से खुद को यह कहते हुए अलग कर लिया कि वे हर समय पार्टी के दृष्टिकोण को प्रतिबिंबित नहीं करते हैं।