Munger Lok Sabha seat: बिहार में तीसरे चरण के तहत पांच लोकसभा क्षेत्रों में मतदान संपन्न होने के बाद अब सभी सियासी दलों की निगाहें चौथे चरण में होने वाले मतदान पर टिक गई हैं। इसमें मुंगेर लोकसभा क्षेत्र हॉट सीट बन गया है। यहां चौथे चरण के तहत 13 मई को मतदान होना है। मुंगेर लोकसभा क्षेत्र का महाभारत में मॉड-गिरि के रूप में वर्णन है। मुंगेर बंगाल के अंतिम नवाब मीर कासिम की राजधानी भी था। मीर कासिम ने गंगा नदी के किनारे किले का निर्माण कराया था जो आज भी मौजूद है। यहीं पर स्थित कष्टहरिणी घाट हिन्दू धर्मावलंबियों के लिए पवित्र माना जाता है।
मुंगेर लोकसभा चुनाव में जदयू के ललन सिंह और राजद की अनीता देवी महतो के बीच मुकाबला है। अनिता देवी सजायाफ्ता बाहुबली अशोक महतो की पत्नी हैं। अशोक महतो धानुक जाति से हैं और पत्नी कुर्मी है। जदयू के मुख्य मतदाता कुर्मी और कोयरी हैं। कथित तौर पर अशोक महतो ललन सिंह पर भारी पड़ रहा है।
ऐसे में आरोप लग रहा है ललन सिंह को चुनाव में जीत दिलाने के लिए अनंत सिंह का सहारा लिया गया है। दरअसल, ललन सिंह भूमिहार जाति से हैं। वहीं पैरोल पर जेल से रिहा हुए अनंत सिंह जदयू उम्मीदवार ललन सिंह का समर्थन कर रहे हैं। जबकि कुख्यात अपराधी अशोक महतो भी कुछ महीने पहले ही जेल से बाहर आया है।
मुंगेर सीट पर अपनी दावेदारी और उम्मीदवारी के लिए खरमास में ही उसने अनिता से शादी की और पत्नी अनीता महतो को महागठबंधन से राजद का टिकट दिलाकर ललन सिंह के खिलाफ चुनाव मैदान में उतारा दिया है। इस बीच मोकामा के बाहुबली और पूर्व विधायक अनंत सिंह 15 दिनों के पैरोल पर संपत्ति बंटवारे के लिए जेल से बाहर आ गए हैं।
अनंत सिंह की रिहाई ने मुंगेर को बिहार में युद्ध का मैदान बना दिया है। वह ललन सिंह के लिए वोट मांग रहे हैं। ललन सिंह जदयू के दिग्गज नेता और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के करीबी हैं, जो 2019 और 2023 के बीच पार्टी अध्यक्ष थे। ऐसे में मुंगेर में अप्रत्यक्ष रूप से दो बाहुबलियों अनंत सिंह और अशोक महतो के बीच मुकाबला हो गया है।
अशोक महतो नवादा-शेखपुरा बेल्ट का खूंखार हिस्ट्रीशीटर रहा है। कुर्मी समुदाय के पूर्व गैंगलॉर्ड अशोक महतो को 2001 के नवादा जेलब्रेक के लिए सबसे ज्यादा याद किया जाता है, जहां वह एक गार्ड की हत्या करने के बाद चार अन्य लोगों के साथ भाग गया था। कहा जा रहा है कि बाहुबली अशोक महतो के सामने अब महाबाहुबली अनंत सिंह हैं। अनंत सिंह को जनता का भरपुर समर्थन भी है, अब मुंगेर में लोकसभा चुनाव अनंत सिंह की रिहाई के साथ ही और दिलचस्प हो गया है।