चेन्नई: टाटा समूह (Tata Group) अगले 18 से 24 महीनों में 45 हजार महिलाओं को नौकरी देने की योजना बना रहा है। इस बात का खुलासा ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट में किया गया है। रिपोर्ट के अनुसार, कंपनी न केवल नौकरी देगी बल्कि खाने और प्लांट के अंदर रहने की सुविधा भी देगी।
कंपनी इससे पहले पांच हजार महिलाओं को संबंधित प्लांट में नौकरी भी दे चूका है। कोरोना के कारण जब कई महिलाओं की नौकरी चली गई थी ऐसे में समूह द्वारा मिलने वाली इस नौकरी के चलते कई महिलाओं को आर्थिक मदद मिलेगी।
क्या है पूरा मामला
ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के अनुसार, टाटा ग्रुप के आने वाले 18 से 24 महीनों में 45 हजार महिलाओं को नौकरी देगा। उन्हें यह नौकरी तमिलनाडु के इंडस्ट्रियल शहर होसुर (Hosur) में मिलेगी। रिपोर्ट के मुताबिक, इस प्लांट में काम करने वाली महिलाओं को टाटा समूह 16,000 रुपये की ग्रॉस सैलरी देता है। यही नहीं नौकरी मिलने पर प्लांट में उनके खाने और रहने का भी इन्तजाम किया जाएगा।
आपको बता दें कि इससे पहले सितबंर में समूह ने पांच हजार आदिवासी महिलाओं को नौकरी दी थी। टाटा समूह इस प्लांट में आईफोन (iPhone) के पार्ट्स को बनाती है। ऐसे में महिलाओं को वहां पर यही काम करना होगा।
चीन के वजह से भारतीय कंपनियों को मिल रहा है लाभ
कोरोना काल से लेकर अब तक जिस तरीके से चीन में प्लांट लगा चुकी कंपनियों को नुकसान हो रहा है, इससे कई विदेशी काफी परेशान है। ऐसे में एपल भी इन्हीं कंपनियों में शामिल है जो अपने व्यापार के लिए चीन पर निर्भर रहता है। ऐसे में कोरोना के प्रकोप और बढ़ते लॉकडाउन ने जहां चीन में व्यापार को ठप कर दिया है, वहीं इन कंपनियों को भी भारी लॉस हो रहा है।
इस हालत में चीन पर निर्भर रहने वाली कंपनियां भारत के तरफ रूख कर रही है जिसे देशी कंपनियां अपने हाथ से गवाना नहीं चाहती है। इस पहल में टाटा समूह भी भर्तियां निकाल कर इस मौका का सही फायदा उठाना चाहती है।