हैदराबाद: ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के नेता असदुद्दीन ओवैसी नेप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उस टिप्पणी पर बेहद तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है, जिसमें पीएम मोदी ने कहा था कि कांग्रेस और बीआरएस ने हैदराबाद को एआईएमआईएम को "पट्टे पर" दे दिया है।
ओवैसी ने बुधवार को कहा कि हैदराबाद के लोग मवेशी नहीं हैं, किसी राजनीतिक दलों की संपत्ति नहीं हैं, बल्कि देश के नागरिक हैं। दरअसल पीएम मोदी ने बुधवार को कांग्रेस और बीआरएस पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि इतने सालों तक कांग्रेस और बीआरएस ने हैदराबाद को एआईएमआईएम को "पट्टे" पर दिया है।
पीएम मोदी के इस व्यंग्य पर ओवैसी ने कहा, "मोदी ने तेलंगाना आकर कहा कि हैदराबाद की सीट ओवैसी को लीज पर दे दी गई है। हैदराबाद के लोग मवेशी नहीं हैं। हम नागरिक हैं, राजनीतिक दलों की संपत्ति नहीं। चालीस साल से हैदराबाद के लोगों ने हिंदुत्व की बुरी विचारधारा को हराया है और खुद को एआईएमआईएम को सौंपा हैं। इंशाअल्लाह, हिंदुत्व फिर हारेगा।''
उन्होंने चुनावी फंडिंग के मुद्दे पर पीएम मोदी को घेरते हुए कहा, "मोदी उन लोगों से बंधे हैं, जिन्होंने उनकी पार्टी को चुनावी बांड के माध्यम से 6,000 करोड़ रुपये दिए। उसके बदले में मोदी ने भारत की संपत्तियों को उनके नाम पट्टे पर बेच दिया है।"
ओवैसी ने कहा, "मोदी ने पैसा देने वाले उन लोगों को इतना खुश कर दिया कि आज देश में कुल 21 लोगों के पास 70 करोड़ भारतीयों से अधिक संपत्ति है। वे 21 ही असल में मोदी का परिवार हैं।"
इससे पहले एआईएमआईएम प्रमुख ने दावा किया कि पीएम मोदी निराश हैं। उन्होंने कहा, "हम 40 साल से बीजेपी को हरा रहे हैं। 2014 और 2019 में पीएम मोदी आए लेकिन एआईएमआईएम यहां जीत गई। मैं पीएम मोदी से पूछना चाहता हूं कि पीएम केयर फंड के लिए पैसा कहां है, चुनावी बांड का पैसा किस बैंक में है? बेरोजगारी और महंगाई बढ़ रही है। इस साल पीएम मोदी संविधान बदलना चाहते हैं ताकि आरक्षण खत्म कर सकें। उनका कहना है कि हम घुसपैठिए हैं और हमारी बेटियां इतने सारे बच्चे पैदा करती हैं, यह गलत है एक मुस्लिम ने एक हिंदू महिला से 'मंगलसूत्र' छीन लिया?''
मालूम हो कि बीते बुधवार को तेलंगाना के करीमनगर में एक रैली को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कांग्रेस और बीआरएस पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि दोनों दलों ने हैदराबाद को "पट्टे" पर एआईएमआईएम को दे दिया है।
पीएम मोदी ने कहा, "इतने सालों से इन दोनों पार्टियों ने हैदराबाद को एआईएमआईएम को लीज पर दिया है। अगर किसी ने पहली बार एआईएमआईएम को चुनौती दी है, तो वह बीजेपी है। एआईएमआईएम से ज्यादा, यह कांग्रेस और बीआरएस हैं, जो भाजपा की चुनौती से परेशान हैं। इसलिए दोनों एआईएमआईएम को हैदराबाद में जीत दिलाने में मदद कर रही हैं।"