नई दिल्ली:गृह मंत्रालय ने मिशनरीज ऑफ चैरिटी के किसी भी खाते को फ्रीज नहीं किया है। मंत्रालय ने इसकी जानकारी देते हुए कहा कि भारतीय स्टेट बैंक ने सूचित किया है कि मिशनरीज ऑफ चैरिटी ने खुद SBI को अपने खातों को फ्रीज करने का अनुरोध भेजा। मंत्रालय की ओर से चैरिटी के किसी भी खाते को फ्रीज नहीं किया गया है। गृह मंत्रालय का कहना है कि मिशनरीज ऑफ चैरिटी के एफसीआरए पंजीकरण के नवीनीकरण के लिए अंशदान विनियमन अधिनियम (एफसीआरए) को एफसीआरए 2010 और विदेशी योगदान के तहत पात्रता शर्तों को पूरा नहीं करने के लिए 25 दिसंबर को अस्वीकार कर दिया गया था।
ममता ने केंद्र सरकार पर खाता फ्रीज करने का लगाया आरोप
इससे पहले सोमवार को बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने ट्वीट करके यह दावा किया था कि केंद्र सरकार ने मदर टेरेसा द्वारा स्थापित मिशनरीज ऑफ चैरिटी के सारे बैंक खातों में लेनदेन पर रोक लगा दी है। ट्वीट में कहा गया था कि इस कदम से मिशनरीज ऑफ चैरिटी के 22,000 रोगियों और कर्मचारियों को भोजन और दवाएं नहीं मिल पा रहीं।
ममता बनर्जी ने ट्वीट किया, ‘‘क्रिसमस पर यह बात सुनकर स्तब्ध हूं कि केंद्र सरकार ने भारत में मदर टेरेसा के मिशनरीज ऑफ चैरिटी के सभी बैंक खातों में लेनदेन रोक दिया है। उनके 22,000 रोगियों और कर्मचारियों को भोजन और दवाएं नहीं मिल पा रहीं।’’बनर्जी ने कहा, ‘‘कानून सर्वोपरि है, लेकिन मानवीयता के नाते किये जाने वाले प्रयासों से समझौता नहीं होना चाहिए।
चैरिटी संस्था ने किया ममता के दावे को खारिज
वहीं बंगाल की सीएम के इस दावे को खारिज किया है। मिशनरीज ऑफ चैरिटी ने कहा है कि उनके खाते ठीक से काम कर रहे हैं। सबकुछ ठीक है। यानि संस्था को किसी अपने खाते से धन की लेनदेन में किसी भी प्रकार की दिक्कत नहीं है।
संस्था ने कहा - बैंक लेनदेन ठीक काम कर रहा है
मिशनरीज ऑफ चैरिटी की प्रवक्ता सुनीता कुमार ने कहा, "हमें इस बारे में कुछ नहीं बताया गया है। मुझे इसकी बिल्कुल भी जानकारी नहीं है। भारत सरकार ने हमें कुछ नहीं बताया है। बैंक लेनदेन ठीक काम कर रहा है। सब कुछ ठीक है।