छतरपुरः मध्य प्रदेश के छतरपुर में एक व्यक्ति ने अपनी पत्नी की याद में ताजमहल तो नहीं लेकिन मंदिर जरूर बनवा दिया। वह भी अपनी जीवनभर की पूरी कमाई लगाकर। इस मंदिर के निर्माण में पूरे 6 साल का वक्त लगा है।
दरअसल छतरपुर के रहने वाले डॉ बी.पी. चन्सौरिया की पत्नी वंदना चन्सौरिया ने ख्वाहिश थी कि चित्रकुट में राधा-कृष्ण का एक मंदिर हो। पत्नी ने जिस साल अपनी यह इच्छा जाहिर की, उसी साल उनका देहांत हो गया। हालांकि पति डॉ बी.पी. चन्सौरिया ने पत्नी की ख्वाहिशों को मरने नहीं दिया। उनकी ख्वाहिश को मूर्त रूप देने की ठानी और मंदिर निर्माण में लग गए।
डॉ बी.पी. चन्सौरिया बताते हैं कि पत्नी के प्रतीक के रूप में मैंने राधा-कृष्ण का मंदिर बनाने का 13 मई 2017 को संकल्प लिया था। उन्होंने बताया कि अपनी 32 साल की पूरी तनख्वाह इसमें लगा दी है। इसमें अनुमानित 1.5 करोड़ की लागत आई है।
डॉ बी.पी. चन्सौरिया की मानें तो इस मंदिर को आकार राजस्थान के कलाकारों ने दी है। उन्होंने कहा कि राजस्थान के कलाकारों ने इस मंदिर को भव्य रूप दिया है। चन्सौरिया ने कहा कि मंदिर लगभग तैयार हो चुका है। थोड़े बहुत काम बाकी हैं।