यूपी और दिल्ली के गाजीपुर सीमा पर भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) नेता राकेश टिकैत के नेतृत्व में किसान प्रदर्शन कर रहे हैं। 28 जनवरी की शाम गाजियाबाद प्रशासन ने किसानों को धरना-स्थल खाली करने का निर्देश दिया था। किसानों की बिजली और पानी की सप्लाई भी बाधित की गयी। राकेश टिकैत के अनुसार बीजेपी के दो विधायक मौके पर पहुँचकर माहौल खराब करने की कोशिश कर रहे थे। इसके बाद मीडिया को दिये बयान में राकेश टिकैत अपनी बात कहते हुए रोने लगे। टिकैत के आँसुओं की वजह से पश्चिमी यूपी, हरियाणा, पंजाब इत्यादि में रातोंरात उनके समर्थन में लोग इकट्ठा होने लगे। ऐसे ही एक किसान हैं सुरेंद्र पाल सिंह जो यूपी के बुलंदशहर से गाजीपुर बॉर्डर पर पहुँचे हैं। सुरेंद्र पाल सिंह ने लोकमत से बातचीत में कहा कि वो गरीब हैं इसलिए आर्थिक रूप से आंदोलन की मदद नहीं कर सकते इसलिए उन्होंने कविता लिखी है ताकि अपना समर्थन दे सकें।