SBI-PNB Q4 Results: भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) का बीते वित्त वर्ष 2023-24 की चौथी तिमाही में एकीकृत शुद्ध लाभ 18.18 प्रतिशत बढ़कर 21,384.15 करोड़ रुपये हो गया। वित्त वर्ष 2022-23 की चौथी (जनवरी-मार्च) तिमाही में यह 18,093.84 करोड़ रुपये रहा था। बैंक ने शेयर बाजार को दी सूचना में बताया कि एकल आधार पर तिमाही के दौरान उसका मुनाफा सालाना आधार पर 16,694.51 करोड़ रुपये से बढ़कर 20,698.35 करोड़ रुपये हो गया। वित्त वर्ष 2023-24 की चौथी तिमाही में बैंक की कुल आय सालाना आधार पर 1.06 लाख करोड़ रुपये से बढ़कर 1.28 लाख करोड़ रुपये हो गई।
वहीं इस दौरान बैंक का परिचालन व्यय सालाना आधार पर 29,732 करोड़ रुपये से बढ़कर 30,276 करोड़ रुपये हो गया। बैंक का डूबे कर्ज के लिए प्रावधान 3,315 करोड़ रुपये से घटकर 1,609 करोड़ रुपये रह गया। तिमाही के दौरान बैंक की सकल गैर-निष्पादित आस्तियां (एनपीए) घटकर 2.24 प्रतिशत रह गया।
जबकि एक वर्ष पहले इसी अवधि में यह 2.78 प्रतिशत और दिसंबर तिमाही के अंत में 2.42 प्रतिशत था। एसबीआई का पूरे वित्त वर्ष 2023-24 का मुनाफा 20.55 प्रतिशत बढ़कर 67,084.67 करोड़ रुपये रहा। यह वित्त वर्ष 2022-23 में 55,648.17 करोड़ रुपये था।
पीएनबी का शुद्ध लाभ चौथी तिमाही में करीब तीन गुना होकर 3,010 करोड़ रुपये
सार्वजनिक क्षेत्र के पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) का शुद्ध लाभ बीते वित्त वर्ष 2023-24 की जनवरी-मार्च तिमाही में करीब तीन गुना होकर 3,010 करोड़ रुपये रहा। ब्याज आय बढ़ने और फंसे कर्ज में कमी से बैंक का मुनाफा बढ़ा है। बैंक को इससे पूर्व वित्त वर्ष 2022-23 की इसी तिमाही में 1,159 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था।
पीएनबी ने बृहस्पतिवार को शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि मार्च, 2024 को समाप्त तिमाही में कुल आय बढ़कर 32,361 करोड़ रुपये रही जो पिछले साल इसी अवधि में 27,269 करोड़ रुपये थी। आलोच्य तिमाही में बैंक की ब्याज आय बढ़कर 28,113 करोड़ रुपये हो गयी जो एक साल पहले 2022-23 की जनवरी-मार्च तिमाही में 23,849 करोड़ रुपये थी।
बैंक का कुल कर्ज के प्रतिशत के रूप में सकल एनपीए (गैर-निष्पादित परिसंपत्ति) मार्च, 2024 को समाप्त तिमाही में कम होकर 5.73 प्रतिशत रहा, जो एक साल पहले 2022-23 की इसी तिमाही में 8.74 प्रतिशत था। शुद्ध एनपीए आलोच्य तिमाही में घटकर 0.73 प्रतिशत रहा जो एक साल पहले 2022-23 की जनवरी-मार्च तिमाही में 2.72 प्रतिशत था।
एनपीए कम होने से फंसे कर्ज के एवज में प्रावधान कम होकर 1,958 करोड़ रुपये रहा जो एक साल पहले इसी तिमाही में 3,625 करोड़ रुपये था। पूरे वित्त वर्ष 2023-24 में बैंक का शुद्ध लाभ तीन गुना बढ़कर 8,245 करोड़ रुपये रहा जो इससे पूर्व वित्त वर्ष 2022-23 में 2,507 करोड़ रुपये था।