Ratlam-Jhabua seat: लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर सभी दल एक-दूसरे पर हमला तेज कर दिए हैं। अभी तक तीन फेस चुनाव हो चुके हैं। 13 मई को चौथे चरण के लिए वोट डाले जाएंगे। मध्य प्रदेश में भी तीन चरण में वोट डाले जा चुके हैं और अंतिम चरण में 8 सीट पर मतदान होंगे। मध्य प्रदेश के 29 लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों में से एक क्षेत्र रतलाम-झाबुआ है। इस लोकसभा क्षेत्र में अलीराजपुर, जोबट, झाबुआ , थांदला , पेटलावद , रतलाम ग्रामीण , रतलाम शहर , सैलाना सहित 8 विधानसभा क्षेत्र शामिल हैं। रतलाम-झाबुआ अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित सीट है।
भाजपा और कांग्रेस इस निर्वाचन क्षेत्र में मुख्य प्रतिद्वंदी दल हैं। लेकिन विगत विधानसभा चुनाव में इस क्षेत्र में भारतीय आदिवासी पार्टी ने भी अपनी पैठ जमाई है। इस नए दल के प्रत्याशी ने पहली बार क्षेत्र में चुनाव लड़कर सैलाना विधानसभा सीट पर कब्ज़ा भी जमाया है। 2019 के विगत लोकसभा चुनाव में बीजेपी के गुमान सिंह डामोर ने 90,636 वोटों के अंतर से इस सीट पर जीत हासिल की थी।
उन्हें 50.00 % वोट शेयर के साथ 6,96,103 वोट मिले थे। कांतिलाल भूरिया कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में उनके निकटतम प्रतिद्वंदी थे। कांग्रेस को 605,467 वोट (43.21 %) मिले थे। इसके पूर्व के 2014 के लोकसभा चुनाव में दिलीपसिंह भूरिया ने भाजपा उम्मीदवार के रूप में इस सीट से जीत हासिल की थी। 2014 के लोकसभा चुनाव में दिलीपसिंह भूरिया को 50.41 % वोट शेयर के साथ 545,980 वोट मिले थे।
जबकि कांग्रेस उम्मीदवार कांतिलाल भूरिया को 437,523 वोट (40.40 %) मिले थे। इस चुनाव में नाम वापसी के बाद अब 12 उम्मीदवार मैदान में है। आंकड़ों की बात करें तो इस लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आठ विधानसभा सीटे हैं। इनमें से रतलाम शहर, रतलाम ग्रामीण, पेटलावद और अलीराजपुर इन चार सीटों पर भाजपा काबिज है। जोबट, थांदला और झाबुआ तीन सीटों पर कांग्रेस और एक सैलाना सीट पर भारतीय आदिवासी पार्टी काबिज हैं।
रतलाम- झाबुआ संसदीय क्षेत्रः
कुल मतदाताः 20,72,288
पुरुषः 1029,902
महिलाः 10,42,330
थर्ड जेंडरः 56 है।
लोकसभा क्षेत्र की कुल जनसंख्याः 26,08,726
शहरी आबादी 17 प्रतिशत
ग्रामीण आबादी 83 प्रतिशत
अनुसूचित जाति की आबादी कुल 4 प्रतिशत
अनुसूचित जनजाति 74 प्रतिशत
सामान्य और अन्य पिछड़ा वर्ग 22 प्रतिशत
धार्मिक आधार पर बात की जाए तो 90 से 95 प्रतिशत के मध्य हिन्दू और 0 से 5 प्रतिशत मुस्लिम, ईसाई, सिख, बौद्ध और जैन मतदाता हैं।