लाइव न्यूज़ :

नैनीताल के जंगल में लगी आग से नागरिक क्षेत्र को खतरा; नौकायन रोका गया, सेना बुलाई गई

By मनाली रस्तोगी | Published: April 27, 2024 6:55 AM

जंगल में लगी आग के कारण नैनीताल जिला प्रशासन ने नैनी झील में नौकायन पर प्रतिबंध लगा दिया है।

Open in App
ठळक मुद्देआग पर काबू पाने के लिए नैनीताल प्रशासन ने वन विभाग के कर्मचारियों और सेना के जवानों को बुलाया है।यदि स्थिति नियंत्रण से बाहर हो जाती है तो वे अग्निशमन अभियान में हेलीकॉप्टरों को लगा सकते हैं।जंगल में लगी आग के कारण नैनीताल जिला प्रशासन ने नैनी झील में नौकायन पर प्रतिबंध लगा दिया है।

नैनीताल: उत्तराखंड के जंगलों में लगी आग ने शुक्रवार को भीषण रूप ले लिया और आग की लपटें नैनीताल की हाई कोर्ट कॉलोनी तक पहुंच गईं। आग पर काबू पाने के लिए नैनीताल प्रशासन ने वन विभाग के कर्मचारियों और सेना के जवानों को बुलाया है। यदि स्थिति नियंत्रण से बाहर हो जाती है तो वे अग्निशमन अभियान में हेलीकॉप्टरों को लगा सकते हैं।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, नैनीताल के जिला मुख्यालय के पास लगी आग से पाइंस इलाके में स्थित हाई कोर्ट कॉलोनी के निवासियों के लिए खतरा पैदा हो गया है। इससे यातायात भी बाधित हुआ। 

एक निवासी ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया, "आग ने द पाइंस के पास स्थित एक पुराने और खाली घर को अपनी चपेट में ले लिया है। इससे हाई कोर्ट कॉलोनी को कोई नुकसान नहीं हुआ है लेकिन यह खतरनाक तरीके से इमारतों के करीब पहुंच गया है। शाम से ही आग पर काबू पाने की कोशिश की जा रही है।" आग के पाइंस इलाके के पास स्थित सेना के संवेदनशील ठिकानों तक पहुंचने की आशंका है। 

जंगल में लगी आग के कारण नैनीताल जिला प्रशासन ने नैनी झील में नौकायन पर प्रतिबंध लगा दिया है। आग बुझाने के लिए नैनीताल प्रशासन ने 42 कर्मियों को तैनात किया है। नैनीताल के प्रभागीय वन अधिकारी चन्द्रशेखर जोशी ने एजेंसी को बताया, "हमने आग बुझाने के लिए मनोरा रेंज के 40 कर्मियों और दो वन रेंजरों को तैनात किया है।"

उत्तराखंड के वन विभाग ने कहा है कि 24 घंटों में राज्य के कुमाऊं क्षेत्र में जंगल में आग लगने की 26 और गढ़वाल क्षेत्र में पांच घटनाएं सामने आईं। आग के कारण 33।34 हेक्टेयर वन क्षेत्र प्रभावित हुआ।

एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, पिछले साल 1 नवंबर से राज्य में जंगल में आग लगने की कुल 575 घटनाएं सामने आई हैं, जिससे 689।89 हेक्टेयर वन क्षेत्र प्रभावित हुआ और राज्य को 14 लाख से अधिक का नुकसान हुआ।

उत्तराखंड के अधिकारियों ने जखोली और रुद्रप्रयाग में जंगल में आग लगाने के आरोप में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। रुद्रप्रयाग के प्रभागीय वनाधिकारी अभिमन्यु ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि जंगल की आग को रोकने के लिए गठित टीम द्वारा यह कार्रवाई की गई।

गिरफ्तार किए गए लोगों में से एक जखोली के तड़ियाल गांव का नरेश भट्ट था, जो जंगल में आग लगाते हुए पकड़ा गया था। कथित तौर पर उसने आग इसलिए लगाई ताकि उसकी भेड़ों को नई घास मिल सके। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रशासन को अलर्ट पर रहने और जंगल की आग को रोकने के लिए उपाय करने को कहा है।

टॅग्स :उत्तराखण्डपुष्कर सिंह धामीआगअग्निकांड
Open in App

संबंधित खबरें

भारतउत्तराखंड के जंगलों में भड़की आग के पीछे साजिश! पुलिस ने बिहार के तीन युवकों को गिरफ्तार किया

ज़रा हटकेVIDEO:'पहाड़ को जलाकर हमको एकदम भस्म करना है, नैनीताल में भीषण आग के कुछ दिनों बाद एक शख्स की वीडियो वायरल

भारतUBSE Class Result 2024: नतीजे जारी, 10वीं में प्रियांशी रावत और 12 वीं में पीयूष ने किया टॉप, यहां देखें

भारतब्लॉग: आखिर क्यों दहक रहे हैं पहाड़ के जंगल?

कारोबारउत्तराखंड सरकार ने पतंजलि आयुर्वेद द्वारा बेचे गए 15 उत्पादों का रद्द किया लाइसेंस

भारत अधिक खबरें

भारतडेनमार्क के राजदूत ने दूतावास के पास से कूड़ा हटाने की अपील की, एनडीएमसी ने कुछ ही देर में की सफाई

भारतएअर इंडिया संकट: 90 से अधिक उड़ानें रद्द, चालक दल की कमी, उड़ानों की संख्या घटाएगी कंपनी, टिकट बुक किया है तो जरूर पढ़ें ये खबर

भारतखतरे में है भारत की बहुसंख्यक हिंदू आबादी? जनसंख्या में रिकॉर्ड 7.82% की गिरावट, अल्पसंख्यकों की हिस्सेदारी में वृद्धि

भारतसैम पित्रोदा ने इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दिया, खड़गे ने किया स्वीकार, जयराम नरेश ने दी जानकारी

भारतJharkhand Minister Secretary ED: ईडी छापेमारी में ग्रामीण विकास मंत्री के पीएस के केबिन से मिला रुपयों का बंडल, आलमगीर आलम पर कसा शिकंजा