एअर इंडिया संकट: 90 से अधिक उड़ानें रद्द, चालक दल की कमी, उड़ानों की संख्या घटाएगी कंपनी, टिकट बुक किया है तो जरूर पढ़ें ये खबर
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: May 8, 2024 21:07 IST2024-05-08T21:05:30+5:302024-05-08T21:07:46+5:30
इंडिया एक्सप्रेस के कई यात्रियों ने अंतिम समय में अपनी उड़ान रद्द होने के खिलाफ प्रदर्शन किया जिनमें अधिकतर खाड़ी देशों की यात्रा करने वाले लोग शामिल थे। कुछ यात्रियों ने दावा किया कि उन्हें सुरक्षा जांच पूरी होने के बाद उड़ान निरस्त होने की सूचना दी गई।

(फाइल फोटो)
नयी दिल्ली: एयर इंडिया एक्सप्रेस के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) आलोक सिंह ने बुधवार को कहा कि कंपनी चालक दल के सदस्यों की अनुपलब्धता से निपटने के लिए अगले कुछ दिनों के लिए उड़ानों में कटौती करेगी। एयरलाइन को चालक दल के सदस्यों के ‘बीमार’ होने के कारण 90 से अधिक उड़ानें रद्द करनी पड़ी हैं। सिंह ने एयरलाइन के कर्मचारियों को एक संदेश में कहा कि कल शाम से चालक दल के 100 से अधिक सदस्यों ने अपनी निर्धारित उड़ान ड्यूटी से पहले बीमार होने की सूचना दी है। इससे अंतिम समय में परिचालन गंभीर रूप से बाधित हो रहा है। उन्होंने कहा कि इस स्थिति के कारण 90 से अधिक उड़ानें बाधित हुई हैं।
90 से अधिक उड़ानें रद्द होने से यात्रियों को काफी परेशानी हुई। इसके बाद देश के अनेक हवाईअड्डों पर सैकड़ों यात्री फंसे हुए हैं। केरल के कुछ हवाईअड्डों पर एअर इंडिया एक्सप्रेस के कई यात्रियों ने अंतिम समय में अपनी उड़ान रद्द होने के खिलाफ प्रदर्शन किया जिनमें अधिकतर खाड़ी देशों की यात्रा करने वाले लोग शामिल थे। कुछ यात्रियों ने दावा किया कि उन्हें सुरक्षा जांच पूरी होने के बाद उड़ान निरस्त होने की सूचना दी गई। उड़ानें रद्द होने के बीच नागर विमानन मंत्रालय ने एअर इंडिया एक्सप्रेस से समस्या का तुरंत समाधान निकालने को कहा और उससे उड़ानें रद्द होने पर रिपोर्ट मांगी है।
कंपनी ने उड़ानें रद्द होने या इनमें देरी के लिए खेद जताया। एअर इंडिया एक्सप्रेस में ‘एआईएक्स कनेक्ट’ (पूर्ववर्ती एयरएशिया इंडिया) के विलय की प्रक्रिया जारी है। पिछले कुछ समय से, खासतौर पर विलय की प्रक्रिया शुरू होने के बाद से इसके चालक दल के कुछ सदस्यों में असंतोष व्याप्त है। कंपनी को मार्च के अंतिम सप्ताह में शुरू हुई ग्रीष्मकालीन अवधि में रोजाना 360 उड़ानों का परिचालन करना है।
एअर इंडिया एक्सप्रेस चालक दल के एक संघ ने पिछले महीने आरोप लगाया था कि विमानन कंपनी में कुप्रबंधन की स्थिति है और कर्मचारियों के साथ समान बर्ताव नहीं किया जा रहा। एअर इंडिया एक्सप्रेस कर्मचारी संघ (एआईएक्सईयू) एक पंजीकृत कर्मचारी संगठन है जो चालक दल के करीब 300 सदस्यों का प्रतिनिधित्व करता है जिनमें अधिकतर वरिष्ठ कर्मी हैं। संघ ने आरोप लगाया था कि कंपनी में कुप्रबंधन ने कर्मचारियों के मनोबल को प्रभावित किया है। एक महीने पहले ही टाटा समूह की विस्तारा विमानन कंपनी में पायलटों के असंतोष के बाद उसे प्रतिदिन उड़ानों की संख्या में 10 प्रतिशत तक या 25 से 30 उड़ान की कटौती करनी पड़ी थी।
अपने विमानन कारोबार को समेकित करने के लिए टाटा समूह एअर इंडिया एक्सप्रेस और एआईएक्स कनेक्ट का विलय कर रहा है, वहीं विस्तारा का विलय एअर इंडिया के साथ कर रहा है। नागर विमानन मंत्रालय ने उड़ानें रद्द करने के संबंध में एअर इंडिया एक्सप्रेस से रिपोर्ट मांगी है और उनसे मुद्दों को तुरंत हल करने को कहा है।