लाइव न्यूज़ :

Ladakh: लद्दाख में कांग्रेस को नेकां के समर्थन से नाराज करगिल के काडर द्वारा संयुक्‍त उम्‍मीदवार को समर्थन देने का संकेत

By सुरेश एस डुग्गर | Published: April 15, 2024 12:22 PM

जम्‍मू: मैगससे पुरस्‍कार से सम्‍मानित सामाजिक कार्यकर्ता सोनम वांगचुक द्वारा छेड़े गए आंदोलन के कारण जो लद्दाख क्षेत्र एक बार फिर से चर्चा में है वह संसदीय चुनावों को लेकर भी चर्चा में आ गया है।

Open in App
ठळक मुद्देनेशनल कांफ्रेंस की लद्दाख इकाई क्षेत्र की एकमात्र लोकसभा सीट कांग्रेस को आवंटित करने के पार्टी आलाकमान के कदम से नाखुश हैकरगिल इकाई ने यह भी संकेत दिया है कि वे लेह के लोगों द्वारा संयुक्‍त रूप से मैदान में उतारे जाने वाले उम्‍मीदवार को ही समर्थन देंगेंकरगिल के नेकां नेताओं का कहना था कि यह निर्णय उन्हें विश्वास में लिए बिना एकतरफा और जल्दबाजी में लिया गया था और इसके जमीनी स्तर पर गंभीर परिणाम होंगे

जम्‍मू: मैगससे पुरस्‍कार से सम्‍मानित सामाजिक कार्यकर्ता सोनम वांगचुक द्वारा छेड़े गए आंदोलन के कारण जो लद्दाख क्षेत्र एक बार फिर से चर्चा में है वह संसदीय चुनावों को लेकर भी चर्चा में आ गया है। दरअसल नेशनल कांफ्रेंस की लद्दाख इकाई क्षेत्र की एकमात्र लोकसभा सीट कांग्रेस को आवंटित करने के पार्टी आलाकमान के कदम से नाखुश है और इसके खिलाफ जाने के लिए विभिन्न विकल्प तलाशने के लिए जल्द ही करगिल में वरिष्ठ नेताओं की एक बैठक आयोजित करने पर विचार कर रही है।

करगिल इकाई ने यह भी संकेत दिया है कि वे लेह के लोगों द्वारा संयुक्‍त रूप से मैदान में उतारे जाने वाले उम्‍मीदवार को ही समर्थन देंगें। अगर पार्टी के अंदरूनी सूत्रों पर विश्वास किया जाए, तो करगिल और लेह जिलों के वरिष्ठ नेता हाल ही में दो दलों द्वारा संसद चुनावों के लिए गठबंधन करने के बाद कांग्रेस के लिए लद्दाख सीट छोड़ने के पार्टी के शीर्ष नेतृत्व के फैसले से नाराज थे। करगिल के नेकां नेताओं का कहना था कि यह निर्णय उन्हें विश्वास में लिए बिना एकतरफा और जल्दबाजी में लिया गया था और इसके जमीनी स्तर पर गंभीर परिणाम होंगे।

एक नाराज पार्टी नेता ने नाम न छापने का अनुरोध करते हुए बताया। कि पिछले साल अक्टूबर में, हम लद्दाख स्वायत्त पहाड़ी विकास परिषद करगिल में कुल 17 में से 12 सीटें जीतकर सबसे बड़े राजनीतिक दल के रूप में उभरे, जिस पर उसने अपने उम्मीदवार उतारे, जबकि कांग्रेस 10 सीटों के साथ दूसरे स्थान पर रही। नवगठित परिषद के नेतृत्व वाले नेकां द्वारा कई जन-समर्थक फैसले लेने के बाद हमने जिले में अपनी स्थिति और मजबूत कर ली थी।

उन्होंने कहा कि 'गठबंधन की व्यवस्था से लद्दाख में पार्टी के आधार पर बुरा असर पड़ेगा, जबकि कांग्रेस, जो धीरे-धीरे क्षेत्र में इसका आधार थी, इस फैसले से निश्चित रूप से मजबूत होगी। हमारे लिए, संसद लद्दाख के लोगों के वास्तविक मुद्दों को उठाने का एकमात्र मंच है, जो विधानसभा रहित केंद्र शासित प्रदेश है।

नेता ने दावा किया कि अगर नेकां को कांग्रेस पार्टी के साथ गठबंधन में लोकसभा चुनाव लड़ने का मौका दिया गया, तो वह बिना किसी कठिनाई के सीट जीत लेगी। इससे करगिल जिले के वोटों को मजबूत करने में मदद मिलेगी। कांग्रेस को इस सीट पर चुनाव लड़ने का प्रभार दिए जाने से लेह जिले में वोटों के विभाजन की संभावना है, जहां मुख्य रूप से बौद्ध लोग रहते हैं। इस फैसले से भाजपा उम्मीदवार को ही फायदा होगा। वे कहते थे कि हमें यह सुनिश्चित करने के लिए कड़ा कदम उठाना होगा कि भाजपा करगिल जिले में आगे न बढ़े।

करगिल के नेकां नेताओं ने संकेत देते हुए कहा कि पार्टी गठबंधन सहयोगी-कांग्रेस के साथ 'किसी भी टकराव से बचने के लिए' एक प्रॉक्सी उम्मीदवार को मैदान में उतार सकती है। हालांकि नेकां के अतिरिक्त महासचिव कमर अली अखून ने कहा कि वह जम्मू में हैं और करगिल पहुंचने के बाद वह जल्द ही पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ (संसदीय चुनाव के लिए उनकी योजनाओं और कांग्रेस को समर्थन देने के बारे में) चर्चा करेंगे। उन्होंने स्पष्ट रूप से स्वीकार किया कि निश्चित रूप से, निर्णय करगिल जिले में पार्टी के मजबूत आधार को प्रभावित करेगा।

दरअसल 8 अप्रैल को, नेकां के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला और कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेतृत्व ने जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में छह संसदीय सीटों के लिए सीट-बंटवारे समझौते का अनावरण किया, जिसे नई दिल्ली में कांग्रेस और नेकां नेताओं के बीच परामर्श के बाद अंतिम रूप दिया गया। सीट-बंटवारे के फॉर्मूले के अनुसार, नेशनल कॉन्फ्रेंस अनंतनाग-राजौरी, मध्य कश्मीर (श्रीनगर) और उत्तरी कश्मीर (बारामुल्‍ला) में चुनाव लड़ेगी। इसी तरह, कांग्रेस को तीन सीटें आवंटित की गई हैं, जिनमें जम्मू-रियासी, कठुआ-उधमपुर-डोडा और लद्दाख शामिल हैं।

दूसरी ओर, लद्दाख की राजनीति में प्रमुख खिलाड़ी कांग्रेस और नेकां के बीच गठबंधन निश्चित रूप से भाजपा की चिंताओं को बढ़ाएगा, जो लद्दाख के लोगों द्वारा शुरू किए गए विरोध प्रदर्शन और भूख हड़ताल के कारण क्षेत्र में कठिन समय का सामना कर रही है। दो प्रमुख मांगों के पक्ष में-लद्दाख को राज्य का दर्जा और छठी अनुसूची में इसका समावेश।

भाजपा ने लगातार दो लोकसभा चुनावों में लद्दाख संसदीय सीट जीती। 2014 के लोकसभा चुनाव में अनुभवी राजनेता थुपस्तान छेवांग ने भाजपा उम्मीदवार के रूप में इस सीट पर केवल 36 वोटों के अंतर से जीत हासिल की थी। 2019 के लोकसभा चुनावों में, भाजपा उम्मीदवार जामयांग त्सेरिंग नामग्याल, जो उस समय एलएएचडीसी लेह के अध्यक्ष-सह-सीईसी थे, ने प्रभावशाली जीत दर्ज की।

हालाँकि, इस बार भगवा पार्टी को विभिन्न धार्मिक, सामाजिक और राजनीतिक समूहों से तीव्र राजनीतिक दबाव का सामना करना पड़ रहा है, जो कि लद्दाख में एकमात्र लोकसभा सीट के लिए अपने उम्मीदवार को अंतिम रूप देने में देरी से स्पष्ट है, इस तथ्य के बावजूद कि भाजपा ने 2019 में इसे (लद्दाख) एक अलग केंद्र शासित प्रदेश का दर्जा देकर लद्दाखी लोगों की दशकों से लंबित मांग को पूरा किया है।

यह भी सच है कि 2019 के लोकसभा चुनावों के लिए लद्दाख निर्वाचन क्षेत्र के लिए भाजपा के चुनाव घोषणापत्र में, पार्टी ने बिंदु संख्या तीन पर, "लद्दाख को भारतीय संविधान की छठी अनुसूची (जनजातीय क्षेत्र) के तहत घोषित करने" का वादा किया था जिसे पूरा करने के लिए अब लद्दाख आंदोलन की राह पर है।

टॅग्स :लद्दाखJammuजम्मू कश्मीरलोकसभा चुनाव
Open in App

संबंधित खबरें

भारतMP CM Mohan Yadav full interview: हे राम बोलते थे बापू, कांग्रेस तो राम भी नहीं बोलती: मोहन यादव, सुनिए 29 लोकसभा सीट पर क्या बोले एमपी के मुख्यमंंत्री, देखें वीडियो

भारतUP Lok Sabha Elections 2024: मायावती पर हमला!, सपा मुखिया यादव ने कहा- भाजपा की मदद कर रहीं बसपा प्रमुख, जनता से दूर और प्रत्याशी क्यों बदल दिया

भारतLok Sabha election 2024 Phase 4: एनडीए और महागठबंधन में टक्कर, 5 सीट पर 13 मई को पड़ेंगे वोट, केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय भी मैदान में...

भारतLok Sabha Elections 2024: गोवा स्टेट आइकन तपन आचार्य ने मतदान किया, पत्नी तान्या आचार्य के साथ कैनाकोना में वोट डाला

भारतIndian Air Force convoy attack: हजारों सैनिक और लड़ाकू हेलीकॉप्टर की मदद, घेराबंदी और तलाशी अभियान तेज, सूचना दो और 20 लाख इनाम लो!

भारत अधिक खबरें

भारतUP Lok Sabha Elections 2024: परिवार की पांचों सीट हारेगी सपा, नहीं खुलेगा खाता, सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा- क्या राममंदिर का निर्माण अनावश्यक हुआ!

भारतChhattisgarh 10th 12th Result 2024: लड़कियों की बल्ले-बल्ले, 10वीं में सिमरन, 12वीं में महक अग्रवाल फर्स्ट

भारतExcise Policy Case: सीएम अरविंद केजरीवाल के खिलाफ ईडी का एक्शन, 10 मई को चार्जशीट होगी दाखिल, 'किंगपिन' के रूप में नाम होगा दर्ज

भारतSam Pitroda Remark LIVE Update: बयान से सहमत नहीं, भारतीय लोगों पर कमेंट ठीक नहीं, राजद सांसद मनोज झा ने सैम पित्रोदा को लताड़ा

भारतLok Sabha Elections 2024: "मोदीजी कह रहे हैं, राहुल अडानी का नाम नहीं ले रहे हैं.... अब तो उन्हें भी अडानी का नाम लेना पड़ रहा है", प्रियंका गांधी ने पीएम के 'अंबानी-अडानी' हमले पर किया पलटवार