नई दिल्ली:सीबीआई ने गैंगस्टर मुन्ना बजरंगी की 2018 में हिरासत में मौत के मामले की जांच का जिम्मा संभाल लिया है. एजेंसी ने बजरंगी की पत्नी सीमा सिंह की याचिका पर इलाहाबाद उच्च न्यायालय के 25 फरवरी के आदेश के बाद मामले की जांच अपने हाथ में ली है. याचिकाकर्ता ने दलील दी थी कि इस हत्या में किसी माफिया की संलिप्तता हो सकती है.
उसने कहा था कि इस मामले में जेल अधिकारियों की भी भूमिका संदिग्ध है, इसलिए इस हत्या की जांच सीबीआई को हस्तांतरित की जानी चाहिए. हालांकि राज्य सरकार ने याचिका का विरोध करते हुए कहा था कि चूंकि पहले से तीन जांच चल रही हैं, इसलिए इस मामले की जांच सीबीआई से कराने की कोई जरूरत नहीं है.
पहली जांच जिला जज, दूसरी जांच जिला मजिस्ट्रेट और तीसरी जांच जेल प्राधिकारियों द्वारा की जा रही है. पूर्वी उत्तरप्रदेश के अपराधी मुन्ना बजरंगी की बागपत की जेल में 9 जुलाई, 2018 को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. जेल परिसर के भीतर एक अन्य कैदी गैंगस्टर सुनील राठी ने मुन्ना बजरंगी की कथित तौर पर हत्या की थी.