Iran–Israel conflict: मध्य पूर्व के दो कट्टर शत्रुओं ईरान और इजरायल के बीच जारी ताजा तनाव के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन ने इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को साफ बता दिया है कि अमेरिकाईरान के खिलाफ जवाबी हमले में भाग नहीं लेगा। नेतन्याहू की युद्ध कैबिनेट ने इजरायली क्षेत्र पर बड़े पैमाने पर ड्रोन और मिसाइल हमले के बाद बैठक की थी लेकिन अब तक इजरायल की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं की गई है।
व्हाइट हाउस के एक अधिकारी ने साफ किया कि बिडेन ने नेतन्याहू से कहा है कि अमेरिका हमले को लेकर ईरान के खिलाफ किसी भी इजरायली जवाबी हमले में भाग नहीं लेगा। लेकिन संयुक्त राष्ट्र में उप अमेरिकी राजदूत रॉबर्ट वुड ने कहा है कि यदि ईरान या उसके सहयोगी संयुक्त राज्य अमेरिका के खिलाफ कार्रवाई करते हैं या इजरायल के खिलाफ आगे कार्रवाई करते हैं, तो ईरान को जिम्मेदार ठहराया जाएगा।
ताजा तनाव से संयुक्त राष्ट्र भी चिंतित है और महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने हमलों के जवाब में रविवार को बुलाई गई सुरक्षा परिषद की बैठक में कहा कि अब तनाव को कम करने का समय आ गया है। इस पूरे हालात पर अमेरिका भी नजर रखे हुए है और इसे लेकर अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने ईरान के हमलों के बाद पश्चिम एशिया में संकट पैदा होने की आशंका के बीच रविवार को जॉर्डन, सऊदी अरब, तुर्किये और मिस्र के समकक्षों से बातचीत की जबकि रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने सऊदी अरब एवं इजराइल के रक्षा मंत्रियों से बात की।
ईरान ने इजराइल पर 300 से अधिक ड्रोन एवं मिसाइलें दागी, जिन्हें इजराइली, अमेरिकी और उसके सहयोगी सेनाओं ने लक्ष्य तक पहुंचने से पहले ही हवा में मार गिराया। ईरान ने ड्रोन एवं मिसाइल हमलों को सीरिया में उसके वाणिज्य दूतावास पर एक अप्रैल को किए गये हमले का जवाब बताया है। बता दें कि भले ही बाइडेन ने ईरान पर इजरायल को जवाबी हमले के समर्थन की बात नहीं की हो लेकिन ये साफ किया है कि अमेरिका इजरायल की रक्षा का समर्थन करना जारी रखेगा।