ग्वालियर: जिले के डबरा के चांदपुर में एक अजीबो-गरीब मामले सामने आया है। यहां पर एक भैंसे के कुत्ता के काटने के बाद इलाके में डर का माहौल है। दरअसल, पागल कुत्ते के काटने के बाद बझड़ा समेत एक भैंस की मौत हो गई है। इस बात की खबर मिलते ही गांव वाले डर गए और सभी एंटी रैबीज का इंजेक्शन लगवाने के लिए अस्पताल का रूख किया। बताया जाता है कि मरने वाली भैंस के दूध से बनी रायते को गांव वालों ने खाया था जिसकी मौत के बाद लोगों में भय का माहौल है।
क्या है पूरा मामला
जानकारी के मुताबिक, चांदपुर में पागल कुत्ते के काटने के बाद एक भैंस की मौत हो गई थी। भैंस के मरने से पहले गांव में एक मृत्युभोज का आयोजन हुआ था जिसमें गांव वालों ने भैंस के दूध से बना रायता खाया था। बताया जा रहा है कि भैंस के मरने के बाद लोगों में यह डर बैठ गया कि कहीं वे भी न मर जाए। यही कारण है कि गांव वालों ने अस्पताल का रूख किया और एंटी रैबीज के इंजेक्शन को लगवाने के लिए मांग करने लगें। द टाइम्स ऑफ इंडिया की एक खबर के मुताबिक, डबरा स्वास्थ अधिकारियों ने बताया कि करीब 1000 लोगों ने टीका लगवाया था।
मामले में क्या कहता है WHO
आपको बता दें कि रैबीज के डर से गांव वालों ने अस्पताल में जबरन टीका लगवाया। उन्हें यह डर हो गया था कि कुत्ते के काटने से भैंस मर गई तो कहीं वे भी न मर जाएं। जिन लोगों को पास के अस्पताल में टीका नहीं मिला, वे निजी अस्पतालों का भी चक्कर लगाए थे और टीका लगाने की जिद्द पर अड़े थे। हालांकि 2018 में ने WHO ने कह दिया था कि पागल कुत्ते द्वारा भैंस या गाय को काटने से उसके दूध या दही इस्तेमाल करने से कोई हानि नहीं होगा। लेकिन फिर भी डर के मारे टीका लगाने पर जोर दे रहे थे।