सोनीपत: ओलंपिक पदक विजेता साक्षी मलिक और अन्य पहलवान भारतीय कुश्ती महासंघ प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोपों पर कार्रवाई की लगातार मांग कर रहे हैं।
इस मांग को लेकर पहलवानों ने जंतर-मंतर पर धरना प्रदर्शन भी किया जिसे बाद में सरकार द्वारा शांत करा लिया गया। हालांकि, अभी भी पहलवान पीछे नहीं हटे हैं और दिल्ली पुलिस द्वारा बृजभूषण के खिलाफ आरोपों की जांच हो रही है।
इस बीच, साक्षी मलिक ने शनिवार को सोनीपत में आयोजित महापंचायत के दौरान कहा, "वह विरोध कर रही हैं। मसले सुलझने के बाद ही पहलवान एशियाई खेलों में हिस्सा लेंगे।"
हरियाणा के सोनीपत में आज आयोजित महापंचायत में साक्षी मलिक ने कहा, "हम एशियाई खेलों में तभी भाग लेंगे जब इन सभी मुद्दों का समाधान हो जाएगा। आप नहीं समझ सकते कि हम मानसिक रूप से किस दौर से गुजर रहे हैं।"
दरअसल, एशियाई गेम्स 2023 आगामी सितंबर में चीन में आयोजित होने वाले हैं। ऐसे में प्रदर्शन कर रहे पहलवानों को लेकर संशय है कि वह भारत की ओर से खेलने जाएंगे या नहीं।
इससे पहले आज सुबह ओलंपियन बजरंग पुनिया कहा कि वे महापंचायत के दौरान समर्थन कर रहे लोगों के समक्ष सरकार से अपनी बात रखेंगे। पुनिया ने एएनआई को बताया, "सरकार के साथ हमारी जो भी बातचीत हुई है, हम उन लोगों के साथ चर्चा करेंगे जो समर्थन कर रहे हैं और हमारे साथ खड़े हैं।"
बता दें कि इससे पहले गुरुवार को केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने प्रदर्शनकारी पहलवानों से मुलाकात की थी। उन्होंने कहा कि यह बातचीत सकारात्मक रही और विभिन्न मांगों पर फैसले लिए गए हैं। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि आंदोलनकारी पहलवानों के साथ यह बहुत सकारात्मक चर्चा थी।
उनकी तरफ से आए सभी मुद्दों पर गंभीरता से चर्चा की गई। हमने कहा है कि चार्जशीट 15 जून तक दायर की जाएगी और रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के चुनाव 30 जून तक होंगे। खिलाड़ियों के लिए आंतरिक शिकायत समिति का गठन किया जाएगा और एक महिला खिलाड़ी या एक अधिकारी को इसका अध्यक्ष बनाया जाएगा।
वहीं, महापंचायत में फैसला लिया गया है कि सरकार अगर 15 जून तक कोई फैसला नहीं लेती है तो वह आगे की रणनीति तय कर ऐलान करेंगे।