कुश्ती ट्रायल के दौरान ड्रामा, विनेश ने मुकाबले में बाधा डालने के बाद 50 किग्रा में दर्ज की जीत
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: March 11, 2024 09:01 PM2024-03-11T21:01:44+5:302024-03-11T21:05:25+5:30
सूत्र ने बताया, ‘‘नाडा की टीम राष्ट्रीय ट्रायल विजेताओं के डोप नमूने लेने के लिए यहां आई थी, लेकिन विनेश ने अपना नमूना नहीं दिया।’’
पटियाला: महिलाओं के कुश्ती चयन ट्रायल के नाटकीयता से भरे दिन में अनुभवी पहलवान विनेश फोगट सोमवार को यहां 50 किलो वर्ग का मुकाबला जीतने के बाद राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी (नाडा) के अधिकारियों को अपना नमूना दिए बिना ही प्रतियोगिता स्थल से चली गईं। यहां मौजूद एक सूत्र ने बताया, ‘‘नाडा की टीम राष्ट्रीय ट्रायल विजेताओं के डोप नमूने लेने के लिए यहां आई थी, लेकिन विनेश ने अपना नमूना नहीं दिया।’’
कुश्ती तदर्थ समिति के एक अधिकारी ने गोपनीयता की शर्त पर ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि उन्हें विनेश द्वारा अपना डोपिंग जांच के लिए नमूना देने से इनकार करने के बारे में ‘कोई जानकारी नहीं है’। नाडा के नियमों के अनुसार, ‘‘नमूना देने के लिए मना करने या विधिवत अधिकृत व्यक्ति द्वारा अधिसूचना के बाद बिना किसी ठोस कारण के नमूना नहीं देना डोपिंग रोधी नियमों (एडीआरवी) का उल्लंघन है।
इससे पहले सुबह पेरिस ओलंपिक की दौड़ में बने रहने की कवायद में विनेश ने महिलाओं के 50 किलो और 53 किलो वर्ग में चयन ट्रायल शुरू नहीं होने दिये और अधिकारियों से लिखित आश्वासन मांगा कि 53 किलो भार वर्ग के आखिरी ट्रायल ओलंपिक से पहले होंगे। कुश्ती की तदर्थ समिति द्वारा उनकी मांग मानने के बाद विनेश ने 50 किग्रा भार वर्ग में शिवानी को 11-6 से हराकर अगले महीने किर्गिस्तान के बिश्केक में होने वाले पेरिस ओलंपिक क्वालीफिकेशन टूर्नामेंट में जगह पक्की कर ली।
जकार्ता एशियाई खेलों की यह स्वर्ण पदक विजेता हालांकि 53 किग्रा का मुकाबला तकनीकी श्रेष्ठता के आधार पर अंजू से 0-10 से हार गईं। डब्ल्यूएफआई के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोप लगाने और लंबे चले प्रदर्शन की अगुवाई करने वाली विनेश 50 किलो वर्ग के ट्रायल के लिये यहां साइ केंद्र पहुंची थी ।
‘यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग (यूडब्ल्यूडब्ल्यू)’ के अनुच्छेद 7 के अनुसार एक प्रतियोगी को एक दिन में एक भार वर्ग में भाग लेने की अनुमति दी जा सकती है, लेकिन विनेश सोमवार को दो अलग-अलग भार वर्गों में ट्रायल में शामिल हुईं। वह बृजभूषण के खिलाफ प्रदर्शन से पहले 53 किलोवर्ग में उतरती थी लेकिन उस वर्ग में अंतिम पंघाल को कोटा मिलने के कारण उसने अपना भारवर्ग कम किया ।
विनेश ने लिखित आश्वासन की मांग करते हुए प्रतिस्पर्धा शुरू नहीं होने दी । उसने 50 किलो और 53 किलो दोनों में भाग लेने की अनुमति मांगी जिससे अजीब स्थिति बन गई । इससे 50 किलो भारवर्ग में उतरे पहलवान शिकायत करने लगे । उन्होंने कहा ,‘‘ हम ढाई घंटे से इंतजार कर रहे हैं । ’’
आईओए द्वारा गठित तदर्थ समिति पहले ही कह चुकी है कि 53 किलो वर्ग के लिये अंतिम ट्रायल होगा जिसमें इस भारवर्ग के शीर्ष चार पहलवान उतरेंगे । ट्रायल के विजेता को अंतिम से मुकाबला करना होगा और उसमें विजयी रहने वाली पहलवान भारत का प्रतिनिधित्व करेगी ।
ट्रायल के दौरान मौजूद एक कोच ने कहा ,‘‘ विनेश सरकार से आश्वासन चाहती है । उसे डर है कि अगर डब्ल्यूएफआई के हाथ में फिर कमान आ गई तो चयन नीति बदल सकती है । पर सरकार इस पर आश्वासन कैसे दे सकती है । सरकार चयन मामलों में दखल नहीं दे सकती ।’’ उन्होंने कहा ,‘‘ शायद वह अपना भविष्य सुरक्षित करना चाहती है । वह अगर 50 किलो ट्रायल में हार गई तो यह सुनिश्चित करना चाहती है कि 53 किलो में भी दौड़ में बनी रहे ।’’
ट्रायल में विजेता महिला पहलवानों की सूची
50 किग्रा: विनेश फोगाट
53 किग्रा: अंजू
55 किग्रा: तमन्ना
57 किग्रा: अंशू मलिक
59 किग्रा: पुष्पा यादव
62 किग्रा: मानसी
65 किग्रा: अंतिम
68 किग्रा: निशा
72 किग्रा: हर्षिता
76 किग्रा: रीतिका
खबर - पीटीआई भाषा