नई दिल्ली, 14 अगस्त: मुख्य चुनाव आयुक्त ओम प्रकश रावत ने मंगलवार को 'एक देश, एक चुनाव' अपना बयान दिया। उन्होंने कहा 'अभी हमारे देश में यह संभव नहीं है। इसके लिए पहले कानून में संसोधन करना होगा इसके बाद ही यह संभव हो सकता है। उन्होंने आगे कहा 'फिलहाल 11 राज्यों में एक साथ चुनाव की संभावना हो सकती है।' उधर, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा 'इस चुनाव में यह संभव नहीं है कि लोकसभा और विधानसभा का चुनाव एक साथ किया जाए। ये संभव ही नहीं है। वैचारिक रूप से यह सही है।'
बता दें कि देश में लोकसभा और विधानसभा चुनाव एकसाथ कराने की पुरजोर वकालत करते हुए बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि इससे चुनाव पर बेतहाशा खर्च पर लगाम लगाने और देश के संघीय स्वरूप को मजबूत बनाने में मदद मिलेगी। इसके लिए उन्होंने विधि आयोग को पत्र लिखा। उन्होंने लिखा 'एक साथ चुनाव कराना केवल परिकल्पना नहीं है बल्कि एक सिद्धांत है जिसे लागू किया जा सकता है।' बीजेपी अध्यक्ष ने कहा कि यह आधारहीन दलील है कि एक साथ चुनाव देश के संघीय स्वरूप के खिलाफ है, उन्होंने कहा कि एक साथ चुनाव कराने से देश का संघीय स्वरूप मजबूत होगा ।
विधि आयोग को लिखे आठ पन्नों के पत्र में शाह ने कहा कि एक साथ चुनाव कराने का विरोध करना राजनीति से प्रेरित लगता है। उल्लेखनीय है कि एक साथ चुनाव कराने की व्यवहारिकता पर विधि आयोग विचार कर रहा है और वह अपनी रिपोर्ट को अंतिम रूप देने से पहले राजनीतिक दलों के विचार जान रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक साथ चुनाव कराने के पक्षधर रहे हैं ।
उल्लेखनीय है कि कांग्रेस एक साथ लोकसभा और विधानसभा चुनाव की परिकल्पना के प्रति असहमति व्यक्त कर चुकी है। पार्टी नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, पी चिदंबरम, कपिल सिब्बल और सिंघवी ने हाल ही में विधि आयोग से कहा कि एक साथ चुनाव भारतीय संघवाद की भावना के खिलाफ है।