हेल्सिंकी: फिनलैंड से एक अजीबो-गरीब खबर सामने आई है जहां पर तेज रफ्तार में गाड़ी चलाने पर एक कारोबारी पर एक करोड़ रुपए का फाइन लगाया गया है। बताया जा रहा है कि तय स्पीड लीमिट से ज्यादा और ट्रैफिक नियम तोड़ने के कारण उस पर यह जुर्माना लगाया गया है। कारोबारी का नाम एंडर्स विक्लोफ है और उसकी कमाई के अनसुार उस पर यह जुर्माना लगाया गया है।
दावा है कि घटना के समय कारोबारी 82 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से गाड़ी चला रहा था जब गति सीमा 50 किलोमीटर प्रति घंटा तय की गई थी। इस जुर्माने पर बोलते हुए एंडर्स ने कहा है कि उसे इस बात का ध्यान नहीं था कि गाड़ी की स्पीड बदल गई है। हालांकि वह इस जुर्माने के खिलाफ अपील भी करने की बात की है।
क्या है पूरा मामला
जानकारी के अनुसार, फिनलैंड का व्यापारी एंडर्स विक्लोफ जब गाड़ी चला रहा था तो उसे पता नहीं चला और उसकी गाड़ी 50 किलोमीटर प्रति घंटा की तय स्वीड लिमिट से बढ़कर 82 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलने लगी थी। ऐसे में उनके द्वारा ट्रैफिक नियमों को तोड़ने पर उन पर भारी जुर्माना लगाया गया है। इसके लिए उन पर 130,000 अमेरिकी डॉलर का जुर्माना लगाया गया है यानी भारतीय मुद्रा में करीब 1,07,29,225 रुपए उन्हें फाइन देना होगा।
बताया जा रहा है कि किसी भी ट्रैफिक के नियम को तोड़ने के लिए यह एक बहुत बड़ी रकम है। हालांकि एंडर्स पर लगाए गए इस जुर्माने से वह खुश नहीं है और उनका भी यही कहना है कि फाइन की रकम काफी ज्यादा है। जुर्माने की रकम को देखते हुए उन्होंने यह भी कहा है कि वे इस फाइन को देने के बजाय वे इन पैसों को दान देना ज्यादा पसंद करेंगे।
फिनलैंड में क्या है नियम
आमतौर पर फिनलैंड में यह नियम है कि जिसकी जितनी कमाई है उससे उतने ही पैसे जुर्माने के तौर पर लिए जाते है। जुर्माने को लेकर इस तरीके के नियम पर फिनलैंड की सरकार का यह मानना है कि जिसकी जैसी कमाई है उसे वैसे ही जुर्माना देना होगा और उनके नजर में यह उचित भी है।
ऐसे में जब कोई भी इस तरीके से ट्रैफिक के नियमों को तोड़ता है तो सरकार नियम तोड़ने वाले की कमाई के प्रतिशत के आधार पर नियम तोड़ना का जुर्माना लगाता है। सरकार के इस नियम को जहां कुछ सही बताते है तो कुछ लोग इसे गलत करार देते हैं। कुछ लोग सोचते हैं कि जुर्माने की यह प्रणाली अच्छी है क्योंकि यह सभी को नियमों का पालन करने के लिए प्रेरित करती है। अन्य लोग सोचते हैं कि यह बुरा है क्योंकि यह अनुचित और कठोर है।