जम्मू-कश्मीर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कश्मीर के विशेष दौरे पर घाटी पहुंच रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 को केंद्र सरकार द्वारा हटाए जाने के बाद से पहली बार श्रीनगर जा रहे हैं।
पीएम मोदी बख्शी स्टेडियम में 'विकसित भारत विकसित जम्मू कश्मीर' कार्यक्रम में भाग लेंगे, जहां वह केंद्र शासित प्रदेश में कृषि-अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए 5,000 करोड़ रुपये के 'समग्र कृषि विकास कार्यक्रम' को समर्पित करेंगे।
समाचार वेबसाइट हिंदुस्तान टाइम्स के अनुसार जम्मू-कश्मीर में प्रधानमंत्री द्वारा पर्यटन क्षेत्र में 1,400 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाएं भी शुरू करने की योजना है, जिसमें श्रीनगर में 'हज़रतबल तीर्थ का विकास' भी शामिल है। बताया जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'विकसित भारत, विकसित जम्मू कश्मीर' कार्यक्रम के दौरे से पहले श्रीनगर के बख्शी स्टेडियम को राष्ट्रीय तिरंगे से सजाया गया है।
पीएम मोदी के कार्यक्रम को लेकर भाजपा नेताओं ने कहा कि 2019 में अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद घाटी में पीएम मोदी की हो रही पहली रैली में लगभग एक लाख लोगों के शामिल होने की उम्मीद हैं। बख्शी स्टेडियम में होने वाली रैली में जम्मू-कश्मीर के विभिन्न हिस्सों से लोगों के आने की उम्मीद है।
भाजपा के इन दावों के इतर नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने दावा किया है कि जम्मू-कश्मीर प्रशासन श्रीनगर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की होने वाली रैली में शामिल होने के लिए सरकारी कर्मचारियों पर कथित रूप से दबाव डाल रहा है।
पूर्व मुख्यमंत्री अब्दुल्ला ने दावा किया कि हजारों कर्मचारियों को सुबह होने से पहले इकट्ठा होने के लिए मजबूर किया गया और अनुशासनात्मक कार्रवाई की धमकी के तहत कार्यक्रम स्थल पर ले जाया गया।
उन्होंने सरकार पर भाजपा के समर्थन का झूठा आभास देने के लिए भीड़ को उकसाने का आरोप लगाया और कहा कि पीएम की सभा में उपस्थित लोग वहां पर स्वेच्छा से नहीं जा रहे हैं। उमर अब्दुल्ला ने आगे आरोप लगाया कि निजी स्कूलों को कर्मचारियों को रैली में ले जाने के लिए बसें उपलब्ध कराने के लिए भी मजबूर किया गया।
मालूम हो कि प्रधानमंत्री के दौरे के मद्देनजर सुरक्षा निगरानी के लिए ड्रोन और सीसीटीवी कैमरों का इस्तेमाल किया जा रहा है, जबकि कार्यक्रम स्थल के आसपास दो किलोमीटर के दायरे में सुरक्षा बलों की पैदल गश्त तेज कर दी गई है। पीएम मोदी के गुजरने वाले मार्ग के किनारे के स्कूलों को बंद कर दिया गया हैं और हाई-प्रोफाइल कार्यक्रम की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए गुरुवार को होने वाली बोर्ड परीक्षाएं स्थगित कर दी गई हैं।
इसके अलावा श्रीनगर पुलिस ने शहर में ड्रोन और क्वाडकॉप्टर की उड़ान पर अस्थायी प्रतिबंध लगा दिया है। इस अवधि के दौरान ड्रोन संचालन के लिए श्रीनगर को "अस्थायी रेड जोन" घोषित किया है। इसके अलावा किसी भी विध्वंसक गतिविधियों के लिए झेलम नदी और डल झील में सील कमांडो तैनात किए गए हैं।