वरिष्ठ पत्रकार हैं और लेखक। सामाजिक अध्ययन संस्थान सीएसडीएस से जुड़े हुए हैं।
लेखक उत्तर प्रदेश पुलिस विभाग में पुलिस उपाधीक्षक के पद पर कार्यरत हैं।
पत्रकार और लेखक। आईआईएमसी से पत्रकारिता करने के बाद एनबीटी, वार्ता, दैनिक भास्कर, ईटी हिन्दी इत्यादि हिन्दी के एक दर्जन से ज्यादा अग्रणी मीडिया संस्थानों में काम करने के बाद सम्प्रति स्वतंत्र लेखन एवं पत्रकारिता।
प्रमुख हिन्दी साहित्यकार एवं पत्रकार। असली नाम सच्चिदानंद हीरानंद वात्स्यायन। जन्म गोरखपुर के कुशीनगर में 7 मार्च 1911 को हुआ। निधन 4 अप्रैल 1987 को हुआ। साहित्य अकादमी पुरस्कार (1964), ज्ञानपीठ पुरस्कार (1978) और Golden Wreath Award (1983) से सम्मानित किए गये थे। शेखर एक जीवनी, नदी के द्वीप, अपने-अपने अजनबी, अरे यायावर रेहगा याद, एक बूँद सहसा उछली, स्मृति लेखा, इत्यलम्, हरी घास पर क्षण भर, बावरा अहेरी, कितनी नावों में कितनी बार और तार सप्तक इत्यादि उनकी प्रमुख रचनाएँ हैं।
बेबाक बोलने वाली लड़की हूं। सच बोलना और सुनना पसंद है। लिखने, पढ़ने- संगीत सुनने के साथ शॉपिंग करने का शौक है। बतौर पत्रकार बनने का सफर माखनलाल से परास्नातक करने के बाद पत्रिका समूह, पंजाब केसरी समूह के साथ शुरू हुआ। फिलहाल महाराष्ट्र में सफलता की ऊंचाइयों को छूने वाले लोकमत मीडिया में काम करने का मौका मिला है, जहां अब एक नई शुरुआत के शानदार सफर को बखूबी करने का परिश्रम जारी रहेगा।
पूर्व छात्र: आईआईएमसी, नई दिल्ली. वर्तमान में दृष्टि आईएएस, नई दिल्ली में कार्यरत हैं.
अजय ब्रह्मात्मज वरिष्ठ पत्रकार हैं। दैनिक जागरण के ब्यूरो चीफ रहे हैं। सिनेमा पर करीब दो दशकों से लेखन।
Senior Reporter
अम्बुज पाण्डेय पेशे से अध्यापक हैं। समाज, साहित्य और राजनीति से जुड़े मुद्दों पर स्वतंत्र लेखन करते रहे हैं। बीए से पीएचडी तक की शिक्षा-दीक्षा काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (बीएचयू) से प्राप्त की है।
पत्रकार एवं सामाजिक कार्यकर्ता.
अमिताभ श्रीवास्तव लोकमत समूह के हिंदी दैनिक ‘लोकमत समाचार’ के औरंगाबाद संस्करण के संपादक हैं। आप 27 साल से महाराष्ट्र को अपनी कर्मभूमि बनाकर हिंदी पत्रकारिता के क्षेत्र में कार्यरत हैं। आप राजनीतिक, सामाजिक, सांस्कृतिक और सिनेमा से जुड़े विषयों पर लेखन कार्य करते हैं। आपके सैकड़ों लेख, विभिन्न हस्तियों के साक्षात्कार, रिपोर्ट, विश्लेषण, टिप्पणियां प्रकाशित हो चुके हैं। आप राष्ट्रपति प्रतिभा पाटील के साथ रूस और ताजिकिस्तान का दौरा भी कर चुके हैं।
आनंद शर्मा लोकमत समाचार, नागपुर संस्करण में वर्ष 2007 से उपसंपादक-सह-संवाददाता के पद पर कार्यरत हैं. इसके पूर्व, इन्होंने दैनिक भास्कर, नागपुर संस्करण में तीन वर्षों बतौर संवाददाता कार्य किया है. भारतीय रेलवे (मध्य रेलवे एवं दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे), नागपुर मेट्रो रेल प्रोजेक्ट (महामेट्रो), इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स एवं उद्योग-व्यापार क्षेत्र की रिपोर्र्टिंग करने का इन्हें गहन अनुभव है. पाठकों को कुछ नया देने के लिए वे सदैव प्रयासरत रहते हैं.
अनंत नारायण स्वतंत्र पत्रकार हैं। अनंत ने इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से पत्रकारिता की पढ़ाई की है। सामाजिक सरोकारों और वैश्विक राजनीति के मुद्दों पर रुचि रखते।
अनुराग आर्य पेशे से डॉक्टर और ब्लॉगर हैं। उनके ब्लॉग anuragarya.blogspot.in पर पढ़े जा सकते हैं।
ANI (Asian News International) is south asia's leading multimedia news agency with over 100 bureaus in india, south asia and across the globe. ANI provides its client text, video and picture content for TV, print, mobile and online media.
वरिष्ठ पत्रकार
Anjali Chauhan is a journalist and writer from Delhi. She has a PG Diploma in Hindi Journalism from Jamia Millia University and an bachelor's in Hindi from Delhi University. She is originally from Uttar Pradesh but did her education in Delhi. she writes news on every issue that she is full of passion and enthusiasm along with being a very sensitive journalist. Now she is working in Lokmat Hindi
अनुभा जैन लोकमत टाइम्स की संवाददाता हैं। रोटरी बैंगलोर में इंटरनेशनल सर्विस डायरेक्टर और राजस्थान चैंबर ऑफ कॉमर्स में अतिरिक्त सचिव के रूप में काम कर रही हैं। इससे पहले वह राजस्थान पत्रिका, दैनिक भास्कर, ई टीवी हैदराबाद से जुड़ी रही हैं। वह चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री द्वारा युवा अचीवर्स अवार्ड व विशिष्ट लेखनी से सम्मानित हो चुकी हैं। 'Women leaders in Rajasthan Legislature-Since 1952' नाम की कॉफी टेबल बुक भी लिखी है।
सहायक प्रोफेसर, हिंदी विभाग, गवर्मेंट गर्ल्स कॉलेज, नागौर, राजस्थान
स्पेशल ब्यूरो लीड एमपी लोकमत डिजिटल
वरिष्ठ पत्रकार
Master in journalism and PhD in mass communication. Worked with Dainik Bhaskar, Nagpur 2004 to 2011 as Reporter/ Sub Editor. Working with Lokmat Samachar from 2011 to till Date as Sr. Sub Editor/ Reporter. Area of Reporting Education, Defense and Legal. Interested in Research based and investigation stories.
पत्रकार एवं लेखक
वरिष्ठ पत्रकार
वरिष्ठ पत्रकार।
वरिष्ठ पत्रकार
अयाज मेमन खेल विशेषज्ञ, पत्रकार, स्तंभकार, लेखक और वकील हैं। उनका जन्म कनेक्टिकट के ब्रिजपोर्ट शहर में 3 अगस्त 1951 को हुआ था। अयाज मेमन ने बॉम्बे विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र और कानून में स्नातक किया है। टीवी कमेंटेटर और कॉलमनिस्ट के रूप में विख्यात अयाज मेमन ने खेल लेखक के रूप में अपना करियर शुरू किया और मिडडे, बॉम्बे टाइम्स, डीएनए और टाइम्स ऑफ इंडिया में एडिटर के पद पर काम कर चुके हैं।
बद्री नाथ मीडिया और जनसंपर्क प्रबंधन के क्षेत्र में सक्रिय हैं। कई पॉलिटिकल और सोशल कैंपेन की अगुवाई कर चुके हैं। भारतीय जनसंचार संस्थान से जनसंपर्क और यूनिसेफ से हेल्थ जर्नलिज़्म की पढ़ाई की है। बद्री नाथ से इस ईमेल पते पर सम्पर्क किया जा सकता है। बद्री नाथ का ईमेल पता है- badrinath08127@gmail.com
स्वतंत्र लेखक
भरत झुनझुनवाला आर्थिक मामलों के जानकार हैं। कई पत्र-पत्रिकाओं में लेखन।
माइन्स एंड मिनरल्स कंसल्टेंट
वरिष्ठ पत्रकार
बृजेश परमार इंदौर स्थित स्वतंत्र पत्रकार हैं। परमार को विभिन्न राष्ट्रीय समाचार पत्रों के साथ पत्रकारिता का एक दशक से लम्बा अनुभव है।
लोकमत संवाददाता
Video Editor at Lokmat.
राजनेता, टीवी पर्सनैलिटी और क्विज़ मास्टर।
कथाकार देवेंद्र सम्प्रति गुरु घासीदास केंद्रीय विश्विद्यालय बिलासपुर में प्रोफेसर हैं। देवेंद्र के दो कहानी संग्रह 'शहर कोतवाल की कविता' और 'समय बे समय' था आलोचना पुस्तक 'नक्सलबाड़ी आंदोलन और समकालीन हिन्दी कविता' और 'रचना का अंतरंग' प्रकाशित हैं।
मीडिया के तीनों प्लेटफॉर्म पर काम करने का अनुभव प्राप्त है। टीवी, प्रिंट के बाद अब डिजिटल प्लेटफॉर्म पर काम कर रहे हैं। साल 2014 में कुछ रीजनल चैनल के साथ बतौर रिपोर्टर करियर की शुरुआत हुई। साल 2016 में प्रिंट मीडिया की ओर रुख किया। एक साल प्रयुक्ति अखबार और साढ़े चार साल पंजाब केसरी दिल्ली में बतौर शिक्षा बीट पर रिपोर्टर रहे। इसके बाद डिजिटल मीडिया की ओर बढ़ना हुआ। साल 2022 में ईटीवी भारत दिल्ली में कंटेंट एडिटर के पद पर रहे। यहां दिल्ली सरकार बीट कवर कर रहे थे। अभी, लोकमत हिंदी के साथ अपनी सेवा दे रहे हैं
Mr. Dheerendra Jain, Retired Senior Journalist, Press Trust of India, Presently Bureau Chief, Rajasthan, Lokmat Samachar.
बीसवीं सदी के प्रमुख भारतीय विचारक। भारत के पहले कानून मंत्री। भारतीय संविधान का मसौदा तैयार करने वाली समिति के अध्यक्ष।
प्रख्यात अर्थशास्त्री
लेखिका स्त्री साहित्य की अध्येता हैं। उन्होंने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय, दिल्ली से पी एच. डी. की है। वे जामिया मिल्लिया इस्लामिया में अध्यापन करती हैं। वे तबला वादिका भी हैं।
सामाजिक और राजनीतिक विश्लेषक
डॉ शैलेंद्र देवलानकर पिछले दो दशकों से अंतरराष्ट्रीय संबंधों और विदेश नीति मामलों के एक राष्ट्रीय स्तर के प्रसिद्ध शोधकर्ता, विश्लेषक और स्तंभकार हैं। डॉ देवलानकर ने पुणे विश्विद्यालय से एम (राजनीति विज्ञान) में गोल्ड मेडल प्राप्त हैं। डॉ देवलानकर ने दिल्ली स्थित जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के प्रतिष्ठित इंटरनेशनल स्टडीज स्कूल से एमफिल और पीएचडी की है। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय संबंधों और विदेश निति मामलों पर 20 किताबें लिखी हैं। प्रतिष्ठित राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पत्रिकाओं में शोध लेख प्रकाशित हो चुके हैं। वह अंतरराष्ट्रीय संबंधों पर एक मान्यता प्राप्त शोध मार्गदर्शिक है।
प्राचीन इतिहास, संस्कृति एवं पुरातत्व से जुड़े विषयों पर अनेक किताबें लिख चुके डॉ शिवाकांत बाजपेयी भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के औरंगाबाद मंडल में उपाधीक्षण पुरातत्वविद् हैं। आपने अनेक पुरातात्विक उत्खननों में सहभाग एवं संचालन किया है। आप ब्रिटेन, इटली, श्रीलंका, नेपाल आदि देशों का भ्रमण कर अनेक अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रमों में भारत का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं।
डॉ एसएस मंठा ऑल इंडिया काउंसिल फॉर टेक्निकल एजुकेशन (AICTE), नई दिल्ली के पूर्व चेयरमैन रहे हैं।
लेखक पूर्व लोकसभा सदस्य एवं कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता हैं।
वर्ष 1999 से पत्रकारिता के क्षेत्र में है. दैनिक भास्कर, नवभारत जैसे हिंदी के अखबारों में काम कर चुके है. वर्ष 2003 से लोकमत समाचार से जुड़े. अभी नागपुर में सिटी चीफ के तौर पर कार्यरत है. वर्ष 2003 से 2012 तक लोकमत समाचार के लिए गढ़चिरोली ब्यूरो चीफ के तौर पर काम किया है. गढ़चिरोली में रहते हुए नक्सल नेताओं के इंटरव्यू, मुठभेड़, नक्सली वारदातों को कवर किया. नक्सल गतिविधियां और एंटी नक्सल आॅपरेशन के एक्सपर्ट के तौर पर जाने जाते है. नक्सल एक्सपर्ट के तौर पर टीवी चैनलों की पैनल पर भी शामिल होते है. लोकमत समाचार के अमरावती ब्यूरो चीफ भी रह चुके है. वर्ष 2014 से नागपुर में कार्यरत है. मूल रूप से चंद्रपुर जिले के निवासी है. लोकमत समाचार के मेट्रो एक्सप्रेस (टैब्लॉइड) की शुरूआत से तीन वर्षों तक जिम्मेदारी संभाली है.
वरिष्ठ अधिवक्ता
वरिष्ठ साहित्यकार
मनोवैज्ञानिक और समाजशास्त्री गिरीश्वर मिश्र महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिन्दी विश्वविद्यालय के वाइस-चांसलर हैं।
गोपाल वोरा छ्त्तीसगढ़ स्थित लोकमत समाचार संवाददाता हैं।
हरीश गुप्ता लोकमत ग्रुप न्यूजपेपर के नेशनल एडिटर हैं। अपने दशकों लंबे पत्रकारीय करियर में उन्होंने इंडियन एक्सप्रेस, हिंदुस्तान टाइम्स, इंडिया टुडे, द ट्रिब्यू, अमृत बाजार पत्रिका और डीएनए जैसे संस्थानों के साथ काम किया है। वो दिल्ली में दैनिक भास्कर ग्रुप के नेशनल एडिटर भी रह चुके हैं।
हर्षा भोगले एक भारतीय क्रिकेट कमेंटेटर और पत्रकार हैं। उनका जन्म 19 जुलाई 1961 को हैदराबाद के एक मराठी परिवार में हुआ था। हर्षा भोगले के माता-पिता दोनों ही प्रोफेसर थे। हर्षा भोगले ने केमिकल इंजीनियरिंग में बीटेक करने के बाद आईआईएम अहमदाबाद से मैनजमेंट में डिप्लोमा किया है। हर्षा भोगले ने आईआईएम-अहमदाबाद की अपनी क्लासमेट अनीता से शादी की है। भोगले ने अपने करियर की शुरुआत APCA के क्रिकेट खिलाड़ी के तौर पर की और छोटे स्तर की क्रिकेट में हिस्सा लिया। फिर उन्होंने हैदराबाद में रहते हुए 19 साल की उम्र में आकाशवाणी में कमेंट्री की शुरुआत की। 1991-92 में वे ऑस्ट्रेलियाई ब्रॉडकास्टिंग कॉरपोरेशन के तरफ से भारत के क्रिकेट सीरीज के दौरान आमंत्रित किए जाने वाले पहले भारतीय क्रिकेट कमेंटेटर बने। 1995 से वह टीवी कमेंट्री की दुनिया से जुड़े और तब से दर्शकों को अपने आकर्षक स्टाइल में की गई कमेंट्री से प्रभावित करते आ रहे हैं।
दिल्ली स्थित ब्रॉडकास्टर और जर्नलिस्ट। पिछले कई सालों से रेडियो जॉकी के तौर पर AIR FM Gold से जुड़ी हुई हैं।
पत्रकार
राजस्थान के राज्यपाल। हिमाचल प्रदेश के पूर्व राज्यपाल। पूर्व केंद्रीय मंत्री। पूर्व भाजपा सांसद एवं विधायक।
सीनियर एडवोकेट और राजनेता। वर्तमान में राज्यसभा सदस्य। मनमोहन सिंह सरकार में केंद्रीय मंत्री रहे।
वरिष्ठ पत्रकार
लोकमत न्यूज़ महाराष्ट्र के लोकमत समूह से जुड़ा हुआ हिन्दी डिजिटल पब्लिशर है। लोकमत न्यूज़ देश-दुनिया की राजनीति, समाज, अर्थशास्त्र, टेक, गैज़ेट, ऑटो, खेल-कूद, क्रिकेट, कला, साहित्य-संस्कृति, मनोरंजन, रीति-रिवाज, खान-पान, विशेष उत्सव इत्यादि से जुड़े समाचार, फ़ीचर और वैचारिक लेख प्रकाशित करता है। भारत के उप-राष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने 14 दिसम्बर 2017 को नई दिल्ली में lokmatnews.in को लॉन्च किया। लोकमत न्यूज़ के लॉन्चिंग कार्यक्रम में भारत के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल समेत कई गणमान्य हस्तियां मौजूद रहीं।
लोकमत समाचार लोकमत समूह का हिन्दी दैनिक समाचार पत्र है। लोकमत समाचार के फिलहाल नागपुर, औरंगाबाद, अकोला और मध्यांचल संस्करण प्रकाशित होते हैं।
लोकमत समाचार, नागपुर द्वारा प्रकाशित सम्पादकीय आलेख
वरिष्ठ पत्रकार
भारत के 15वें उपराष्ट्रपति। एक जुलाई 1949 को आंध्र प्रदेश में जन्मे वेंकैया नायडू ने 11 अगस्त 2017 को भारत के उपराष्ट्रपति पद की शपथ ली। उपराष्ट्रपति बनने से पहले वेंकैया नायडू नरेंद्र मोदी नेतृत्व वाली भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) सरकार में मंत्री थे। नायडू साल 2002 से 2004 तक बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे। नायडू केंद्र की अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में भी केंद्रीय मंत्री रहे थे। नायडू कम उम्र में ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से जुड़ गये थे। नायडू ने राजनीति की शुरुआत आरएसएस की छात्र इकाई अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) से शुरू की। जय प्रकाश नारायण के नेतृत्व में चले आपातकाल विरोधी आंदोलन में नायडू ने सक्रिय भागीदारी की और उन्हें जेल जाना पड़ा। 1978 में वो आंध्र प्रदेश की नेल्लोर विधान सभा सीट से जीत हासिल करके विधान सभा पहुँचे। बीजेपी में कई अहम पदों की जिम्मेदारी निभाने के बाद 1998 में पार्टी ने उन्हें राज्य सभा सांसद बनाया। 1999 में अटल सरकार में नायडू पहली बार केंद्रीय बने। साल 2017 में यूपीए उम्मीदवार गोपालकृष्ठ गांधी को हराकर देश से उपराष्ट्रपति बने।
लोकमत संवाददाता
Manali Rastogi is a post graduate in Journalism and Mass Communication. She has special interest in lifestyle and entertainment beat. Manali's journey currently continues with Lokmat Hindi. Before this she has worked with many reputed organizations.
वरिष्ठ पत्रकार एवं विदेश नीति व राष्ट्रीय सुरक्षा विशेषज्ञ
Writer. Retd. IPS, Former DGP.
लेखिका, कवियत्री ,व्याख्यात्री डॉ मौना कौशिक पिछले 30 वर्षों से बल्गारिया में हैं। उनकी रुचि और विशेषज्ञता भाषाओं, संस्कृति, अनुवाद, लोककथाओं और भारत और बल्गारिया की पौराणिक कथाओं के क्षेत्र में है। उन्होंने कई बल्गारियाई कथाओं और कवियों जैसे युरदान युवकोव ,बाल्चो बालचेव की कविताओं का अनुवाद किया है। उन्होंने कई भारतीय और बल्गारियाई वृत्तचित्र फिल्म परियोजनाओं के लिए एक सलाहकार के रूप में भी काम किया है
मेहेर वान सामान्यजन के लिए विज्ञान लेखन करना पसंद करते हैं। वह विज्ञान और समाज के बीच के अंतर्संबंधों और एक दूसरे पर उनके प्रभावों को समझने के प्रति जिज्ञासु हैं। मेहेर वान के अन्य लेख उनके ब्लॉग a-timetraveller.blogspot.com पर उपलब्ध हैं।
इंदौर स्थित लोकमत संवाददाता। 1997 में दैनिक स्वदेश रायपुर (छग) से पत्रकारिता की शुरुआत। उसके बाद तरुण छत्तीसगढ़, संघर्ष के स्वर समाचार पत्रों में रिपोर्टिंग। माखनलाल चतुर्वेदी विश्वविद्यालय भोपाल से पत्रकारिता की पढ़ाई (1999-2002) की। 2001 भोपाल से प्रकाशित राष्ट्रीय हिंदी मेल में उपसंपादक (2003 से 2005) तक माखनलाल चतुर्वेदी विश्वविद्यालय के पत्रकारिता विभाग में मीडिया लेब सहायक। 2005 से इंदौर में लोकमत समाचार के रिपोर्टर के रूप में कार्यरत। बुरहानपुर के ऐतिहासिक स्मारकों पर ताप्ती, तप और ताकत पुस्तक का सम्पादन व लेखन।
नईम क़ुरैशी मध्य प्रदेश के शाजापुर स्थित स्वतंत्रर पत्रकार हैं।
वरिष्ठ अभिनेता
अंतरराष्ट्रीय मामलों की अध्येता
औरंगाबाद निवासी श्रीमती नरेंद्र कौर छाबड़ा राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित हिंदी लेखिका हैं. आपकी कहानियां, लघु कथाएं, लेख, कविताएं आदि देश के सभी प्रमुख पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित होते हैं. आपके अनेक कहानी संकलन भी प्रकाशित हो चुके हैं.
भारत के प्रधानमंत्री।
आजतक, एबीपी, न्यूज 24, इंडिया टीवी जैसे संस्थानों में लगभग 21 साल तक टीवी पत्रकारिता के बाद डिजिटल माध्यम में सक्रिय। साल 2020 में 'आर्टिकल-19 इंडिया' (Article19 India) की स्थापना की। बिहार के औरंगाबाद जिले के मूल निवासी। दिल्ली के भारतीय जनसंचार संस्थान (IIMC) से पत्रकारिता की पढ़ाई की। जाति विमर्श, जेंडर और सामाजिक न्याय की राजनीति पर मुखर होकर लिखते हैं।
प्रोफेसर। सम्प्रति - वाइसचांसलर, डॉ. हरिसिंह गौर विश्वविद्यालय, सागर
वरिष्ठ पत्रकार
वरिष्ठ पत्रकार
पर्यावरण कार्यकर्ता
लोकमत समाचार संवाददाता
नितिन गुप्ता देवास, मध्यप्रदेश स्थित पत्रकार हैं और लोकमत समाचार से जुड़े हुए हैं।
हिन्दी राइटर और कंटेंट एडिटर। दिल्ली विश्वविद्यालय के लेडी श्रीराम कॉलेज से हिन्दी साहित्य में स्नातक। डीयू से हिन्दी साहित्य में एमए।
लेखक वरिष्ठ पत्रकार हैं।
वरिष्ठ पत्रकार और लेखक ओम थानवी हरिदेव जोशी पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, जयपुर के वाइस-चांसलर हैं। थानवी ने 1978 में राजस्थान के अग्रणी समाचार पत्र राजस्थान पत्रिका समूह से पूर्णकालिक पत्रकारिता शुरू की। 1989 में वह इंडियन एक्सप्रेस समूह के हिन्दी अख़बार जनसत्ता से जुड़े। 1989 से 1999 तक जनसत्ता के चण्डीगढ़ संस्करण के स्थानीय संपादक रहे। साल 1999 में वह जनसत्ता के संपादक बने और साल 2015 में सेवानिवृत्त हुए। जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के सेंटर फ़ॉर मीडिया स्टडीज़ में विजिटिंग प्रोफेसर रहे। थानवी का यात्रा वृतांत 'मुअनजोदड़ो' नाम से प्रकाशित है। उन्होंने सच्चिदानंद हीरानंद वात्स्यायन अज्ञेय पर एकाग्र एंथोलॉजी 'अपने-अपने अज्ञेय' का दो खण्डों में संचयन और संपादन किया है।
पद्मनारायण झा ‘विरंचि’ बिहार के पुराने समाजवादी हैं और आपातकाल के दौरान जेल में रहे। वे उस समय ‘जनता’ पत्र के संपादक थे। श्री विरंचि गुजरे जमाने की प्रसिद्ध मैथिली साप्ताहिक ‘मिथिला मिहिर’ के भी नियमित लेखक रहे और बाद में लोकदल-ब के अध्यक्ष हेमवतीनंदन बहुगुणा के राजनीतिक सलाहकार भी रहे।
पवन के वर्मा स्वतंत्र लेखक व पूर्व राज्यसभा सांसद हैं।
संवाददाता से लेकर संपादक तक, राष्ट्रीय प्रिंट मीडिया के महत्वपूर्ण पदों पर कार्य का अनुभव, खासकर एडिटोरियल प्लानिंग, आइडिया, लॉचिंग आदि का विशेष अनुभव।
लेखक-पत्रकार प्रकाश बियाणी मूलतः बैंकर रहे हैं। भारतीय स्टेट बैंक में 25 साल तक सेवाएं देने के बाद 'दैनिक भास्कर' में बतौर कार्पोरेट संपादक सेवाएं दीं। अब पत्र-पत्रिकाओं के लिए नियमित लेखन करते हैं।
प्रमोद भार्गव वरिष्ठ पत्रकार व साहित्कार हैं। वे जनसत्ता से लेकर हंस तक कई पत्र-पत्रिकाओं में लेखन का काम कर चुके हैं। 'भाषा और भाषाई शिक्षा के बुनियादी सवाल' और 'मीडिया का बदलता स्वरूप' प्रमोद भार्गव की प्रमुख किताबों के लेखक हैं।
लोकमत संवाददाता
पूर्व पुलिस महानिदेशक, महाराष्ट्र
वरिष्ठ पत्रकार। प्रिंट मीडिया से पत्रकारिता करियर शुरू करने वाले पुण्य प्रसून बाजपेयी 1996 में 'आज तक' से जुड़े। पिछले दो दशकों में पुण्य प्रसून एनडीटीवी, ज़ी न्यूज़, एबीपी न्यूज़ इत्यादि चैनलों में काम कर चुके हैं। पुण्य प्रसून विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में नियमित स्तम्भ भी लिखते हैं।
वरिष्ठ पत्रकार, एकेडमीशियंस रहीस सिंह को पिछले तीन दशकों में पत्रकारिता क्षेत्र में प्रभावी दस्तक देने के साथ शिक्षा के क्षेत्र भी अतुलनीय कार्य के लिए पहचाना जाता है. आपने इतिहास, विदेश नीति, अंतर्राष्ट्रीय सम्बंध और अर्थनीति से जुड़ी 19 पुस्तकों की रचना की है, जिनका प्रकाशन राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय स्तर के प्रकाशन संस्थानों द्वारा किया गया है.
'सेंटर फॉर मीडिया स्टडीज' से बतौर रिसर्चर करियर की शुरुआत की। सफर आगे बढ़ाते हुए लाइव इंडिया से जुड़ा, जिसके बाद जनसत्ता डॉट कॉम में स्पोर्ट्स डेस्क पर काम किया। खेल से जुड़ाव कुछ ज्यादा है।
लोकमत मीडिया समूह के एडिटर-इन-चीफ
पत्रकारिता की शुरुआत, माया पत्रिका से. वर्ष 1990 से शुरू हुए इस सफर में राष्ट्रीय सहारा, हिन्दुस्तान, दैनिक जागरण, प्रभात खबर के लिए लखनऊ से खबरें लिखी. दो साल न्यूज चैनल नेशनल वाइस और न्यूजवनइंडिया से हाथ अजमाते हुए लोकमत से जुड़ा. खबरों की दुनिया रहना और खबर लिखना, अब जीवन का हिस्सा है. अब साँस थमने तक यहीं करना है.
मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल से स्नातकोत्तर शिक्षा लेने के बाद वहीं से पत्रकारिता के क्षेत्र में कार्य प्रारंभ। लगभग बीस साल से अधिक समय से पत्रकारिता व शोध के क्षेत्र में संपादन से लेकर रिपोर्टिंग तक के विभिन्न उत्तरदायित्वों का निर्वाह। सामाजिक मुद्दों के साथ ही राज्य की राजनीति व कानून व्यवस्था की अद्यतन जानकारी। रोजगार और निर्माण में समसामयिक एवं खेल पर केन्द्रित आलेखों का लेखन। भोपाल से प्रकाशित पत्रिका उद्यमिता में रोजगार पर केन्द्रित आलेखों का लेखन।
लोकमत समाचार संवाददाता
राजेश मूणत लोकमत समाचार से जुड़े हुए हैं।
वरिष्ठ पत्रकार और फिल्मकार। राज्य सभा टीवी के पूर्व कार्यकारी निदेशक। वॉयस ऑफ इंडिया, इंडिया न्यूज, सीएनईबी, बीएजी फिल्मस, आज तक, नई दुनिया इत्यादि मीडिया संस्थानों में वरिष्ठ पदों पर रहे।
संत राजिंदर सिंह जी महाराज (20 सितम्बर 1946) इंटरनेशनल एनजीओ साइंस ऑफ स्प्रिचुअलिटी के प्रमुख हैं।
वरिष्ठ पत्रकार
संपादक, लोकमत गोवा
लोकमत संवाददाता एवं वरिष्ठ खेल पत्रकार
www.lokmatnews.in में सीनियर सब एडिटर। www.mcu.ac.in से पोस्टग्रेजुएट। डिजिटल पत्रकारिता की शुरुआत www.patrika.com से हुई। इसके बाद hindi.news18.com के वेब से दो साल तक जुड़ा रहा। दिसंबर 2017 से www.lokmat.com परिवार का हिस्सा हूं। खबरों के अलावा घूमना और खाना बनाना भी पसंद है।
खेल पत्रकार, लोकमत समाचार
स्तम्भकार
Joint MD & Editorial DirectorTwitter: @rishidarda
लोकमत समाचार के नागपुर संस्करण में उपसंपादक/रिपोर्टर हैं। कलेक्ट्रेट, आपूर्ति , जिला परिषद एवं अल्पसंख्यक मामलों की रिपोर्टिंग करते हैं।
पूर्व सांसद
युवा पीढ़ी के प्रतिभावान पत्रकारों में शामिल रुस्तम राणा ने अपनी लेखनी से पाठकों को प्रभावित किया है। पत्रकारिता में स्नातक रुस्तम राणा अमर उजाला, ओजस सॉफ्टेक प्राइवेट लि. जैसे प्रतिष्ठित मीडिया संस्थान एवं APNS न्यूज़ एजेंसी में काम कर चुके हैं। राजनीति, खेल, ज्योतिष, अध्यात्म और वैश्विक मुद्दों की अच्छी समझ होने के कारण इनके लेखों में पैनापन देखने को मिलता है। अपनी लेखनी के दम पर आप पत्रकारिता के पथ पर निरंतर अग्रसर हैं।
लोकमत समाचार के वरिष्ठ संवाददाता हैं और पिछले 28 वर्षों से पत्रकारिता में सक्रिय हैं। पिछले 24 सालों बिहार और पड़ोसी राज्य झारखंड से ’लोकमत’ को अपनी सेवाएं दे रहे हैं।
डेढ़ दशक से पत्रकारिता और लेखन में। पूरी तरह गांवों पर एकाग्र। प्रिंट मीडिया की मुख्यधारा के भीतर और बाहर रहते हुए मध्य-प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और गोवा के दूरदराज के क्षेत्रों से कई रिपोर्ट प्रकाशित। इन दिनों पुणे में शिक्षा के क्षेत्र में कार्य और स्वतंत्र-लेखन।
मैं संदीप दाहिमा पिछले 9 सालों से डिजिटल मीडिया से जुड़ा हुआ हूं, बॉलीवुड, क्रिकेट और हेल्थ वेब स्टोरी, फोटो गैलरी सेक्शन को 4 सालों से लीड कर रहा हूं, कई सारे सॉफ्टवेर जैसे फोटोशॉप, आफ्टर इफेक्ट और अडोब प्रीमियर में माहिर हूं, वीडियो एडिटिंग करना पसंद है। (Email id: Sandeepdhayma@gmail.com)
संजय परोहा लोकमत समाचार से जुड़े हुए हैं।
Lokmat worli office, mumbai (DIGITAL)
डिप्टी एडिटर, लोकमत समाचार समूह. IVLP फेलो, USA.
वरिष्ठ फोटो पत्रकार
काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (BHU) से इकोनॉमिक्स आनर्स की डिग्री लेने के बाद IIMC दिल्ली से हिन्दी पत्रकारिता में पीजी डिप्लोमा किया। साल 2006 में लोकमत नागपुर से पत्रकारिता का सफ़र शुरू हुआ। उसके बाद आज समाज और पंजाब केसरी के विभिन्न संस्करणों में करीब एक दशक से अधिक समय तक जुड़ा रहा। प्रिंट की तरह डिजिटल पत्रकारिता का आगाज भी लोकमत से किया। राजनीति और खेल में विशेष रुचि।
विधि संवाददाता, लोकमत समाचार नागपुर
शाहनवाज आलम, लोकमत समाचार नागपुर संस्करण में सितंबर 2021 से उपसंपादक-सह-संवाददाता के पद पर कार्यरत हैं. इससे पहले वह नवभारत नागपुर में एक साल बतौर उपसंपादक और दैनिक भास्कर भिलाई (छत्तीसगढ़) में 6 साल बतौर संवाददाता कार्य कर चुके हैं. एजुकेशन, स्पोर्ट्स, परिवहन विभाग, नगर निगम के साथ राजनीति की खबरों पर लगातार कार्य करते रहे हैं. खबरों में कुछ नया और बेहतर करने के लिए लगातार प्रयास करता हूं.
मैनेजिंग एडिटर, इंडियन फोटो एजेंसी। पूर्व नेशनल फोटो एडिटर, राजस्थान पत्रिका। पूर्व डिप्टी फोटो एडिटर, तहलका मैगजीन। पीटीआई, दैनिक जागरण, अमर उजाला इत्यादि में विभिन्न पदों पर छाया पत्रकार के तौर काम कर चुके हैं। ल मॉन्द, गार्डियन और न्यूज वीक जैसे अंतरराष्ट्रीय मीडिया प्रकाशनों में तस्वीर प्रकाशित।
स्वतंत्र लेखक।
सीनियर एडिटर, लोकमत मीडिया समूह
शरद जोशी अपने समय के अनूठे व्यंग्य रचनाकार थे। शरद जोशी का जन्म मध्य प्रदेश के उज्जैन शहर में 21 मई 1931 को हुआ। अपने वक्त की सामाजिक, राजनीतिक और सांस्कृतिक विसंगतियों को उन्होंने अत्यंत पैनी निगाह से देखा। अपनी पैनी कलम से बड़ी साफगोई के साथ उन्हें सटीक शब्दों में व्यक्त किया। आरम्भ में कुछ कहानियाँ लिखीं, फिर पूरी तरह व्यंग्य-लेखन ही करने लगे। इन्होंने व्यंग्य लेख, व्यंग्य उपन्यास, व्यंग्य कॉलम के अतिरिक्त हास्य-व्यंग्यपूर्ण धारावाहिकों की पटकथाएं और संवाद भी लिखे। हिन्दी व्यंग्य को प्रतिष्ठा दिलाने प्रमुख व्यंग्यकारों में शरद जोशी भी एक हैं। इनकी रचनाओं में समाज में पाई जाने वाली सभी विसंगतियों का बेबाक चित्रण मिलता है। वह देश के पहले व्यंग्यकार थे, जिन्होंने पहली दफा मुंबई में चकल्लस के मंच पर 1968 में गद्य पढ़ा और किसी कवि से अधिक लोकप्रिय हुए। जहाँ एक तरफ परसाई के व्यंग्य में कड़वाहट अधिक है। वहीं शरद जोशी के व्यंग्य में हास्य, कड़वाहट, मनोविनोद और चुटीलापन दिखाई देता है, जो उन्हें जनप्रिय रचनाकार बनाता है। शरद जोशी आजकल के व्यंग्यकारों की तरह बाजार को देखकर नहीं लिखते थे।
स्वतंत्र टिप्पणीकार
लोकमत समाचार संवाददाता
डेढ़ दशक से पत्रकारिता और लेखन में। पूरी तरह गांवों पर एकाग्र। प्रिंट मीडिया की मुख्यधारा के भीतर और बाहर रहते हुए मध्य-प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और गोवा के दूरदराज के क्षेत्रों से कई रिपोर्ट प्रकाशित। इन दिनों पुणे में शिक्षा के क्षेत्र में कार्य और स्वतंत्र-लेखन।
भोपाल ब्यूरो प्रमुख, लोकमत समाचार। आंचलिक पत्रकार के तौर पर 1978 में छतरपुर से पत्रकारिता प्रारंभ। प्रतिष्ठित माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता पुरस्कार, राजेन्द्र माथुर फैलोशिप, मेदिनी पुरस्कार, डॉ. शंकरदयाल शर्मा अवार्ड, स्व. सत्यनारायण तिवारी लाइफ टाइम अचीवमेंट सम्मान, माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय द्वारा मध्यप्रदेश के पत्रकारिता इतिहास पर शोध फैलोशिप जैसे सम्मान मिले। पत्रकारिता के साथ-साथ पत्रकारिता व जनसंचार के अध्यापन में भी तीन दशक से ज्यादा समय से सक्रिय भूमिका का निर्वाह।
हिंदी पत्रकारिता में चार साल से कार्यरत। राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय और क्रिकेट पर विशेष पकड़।
वरिष्ठ पत्रकार
कार्यकारी संपादक, लोकमत, नागपुर
लोकमत समाचार संवाददाता
सुरेश पिछले 30 सालों से जम्मू कश्मीर से पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय हैं। देश के कई प्रतिष्ठित दैनिकों के लिए काम करते रहे हैं। जम्मू कश्मीर से संवाददाता पद पर कार्यरत हैं। वे वास्तु, अंकशास्त्र व ज्योतिष के भी जानकार हैं।
सौरव गांगुली को दुनिया के सबसे बेहतरीन कप्तानों और बाएं हाथ के सबसे लाजवाब बल्लेबाजों में से एक के रूप गिना जाता है। गांगुली ने टीम इंडिया के लिए 1996 से 2008 तक क्रिकेट खेली। 08 जुलाई 1972 को कोलकाता में जन्मे गांगुली ने अपने करियर में 311 वनडे में 7212 रन और 113 टेस्ट में 11363 रन बनाए, इसके अलावा उन्होंने 254 प्रथम श्रेणी मैचों में 15687 रन बनाए। गांगुली ने 49 टेस्ट और 147 वनडे मैचों में भारतीय टीम की कप्तानी की। गांगुली ने अपना इंटरनेशनल डेब्यू 1996 में इंग्लैंड के खिलाफ किया था और उन्होंने 2008 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ क्रिकेट को अलविदा कह दिया।
लेखक जेसुइट पादरी और सामाजिक कार्यकर्ता हैं।
स्वतंत्र पत्रकार सुधीर जैन लोकमत समाचार से जुड़े हुए हैं।
पूर्व चेयरमैन, यूजीसी.
पत्रकार और लेखक। राजकमल प्रकाशन की मैनेजिंग एडिटर, दृष्टि इन्प्रिंट की एडिटर, दैनिक भास्कर की फीचर संवाददाता, 92.7 बिग एफएम में साउंड इंजीनियर रही हैं। डीयू से हिन्दी साहित्य में एमए और आईआईएमसी से पत्रकारिता में डिप्लोमा किया है।
मूलतः बिहार के भागलपुर के रहने वाले. ग्रेजुएशन और मास्टर्स की पढ़ाई दिल्ली के जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय से. सम्प्रति जामिया ही से हिन्दी कथा साहित्य पर बनी फिल्मों पर शोधरत.
सुनील गावस्कर एक पूर्व भारतीय क्रिकेटर हैं, जो पहले बॉम्बे क्रिकेट टीम का हिस्सा बने और बाद में भारतीय टीम में शामिल हुए। सुनील गावास्कर क्रिकेट इतिहास के सबसे महान खिलाड़ियों में शामिल किए जाते हैं। उनके नाम काफी समय तक सबसे अधिक टेस्ट रनों और टेस्ट शतकों का रिकॉर्ड रहा, जिसे करीब 2 दशक बाद भारतीय खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर ने तोड़ा। सुनील गावस्कर ऐसे पहले क्रिकेटर हैं, जिन्होंने 3 बार किसी टेस्ट मैच की दोनों पारियों में शतक जमाया हो, हालांकि इनमें से एक भी मैच में भारत को जीत हासिल नहीं हुई। गावस्कर का जन्म मुंबई (तत्कालीन बॉम्बे) में 10 जुलाई 1959 को हुआ था। 1966 में वे भारत के सबसे अच्छे 'स्कूलबॉय क्रिकेटर ऑफ द ईयर' बने। मुंबई के प्रसिद्ध सेंट जेवियर्स कॉलेज के छात्र रह चुके सुनील गावस्कर ने 1968-69 में कर्नाटक के विरुद्ध मैच खेला, लेकिन उनके बेहद खराब प्रदर्शन के कारण उनके सेलेक्शन पर ही सवाल उठ गए। 1983-84 में गावस्कर का बैट वेस्टइंडीज के मैल्कम मार्शल द्वारा एक जान-बूझकर फेंकी गई गेंद में टूट गया। दूसरे टेस्ट में गावस्कर ने जवाबी हमला करते हुए मार्शल की गेंदों पर लगातार चौके और छक्के जड़े। उन्होंने सिर्फ 37 बॉल पर अपना अर्द्धशतक पूरा किया। इसके बाद उन्होंने अपना शतक पूरा किया। गावस्कर ने 121 रन बनाए, जो उनका 29वां टेस्ट शतक था, जो 94 बॉल पर उनके 95वें टेस्ट मैच में था। इस रिकॉर्ड के साथ गावस्कर ने महान खिलाड़ी सर डॉन ब्रेडमैन के वर्ल्ड रिकॉर्ड की बराबरी कर ली थी। इस पर तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने उन्हें सम्मानित किया था। अपने करियर के 99वें टेस्ट मैच में शतक जमाकर गावस्कर ने सर डॉन ब्रेडमैन के रिकॉर्ड को तोड़ दिया। गावस्कर ऐसे पहले भारतीय खिलाड़ी हैं जिनके नाम (विकेटकीपिंग को छोड़कर) 100 से भी अधिक कैच पकड़ने का रिकॉर्ड है। गावस्कर को भारतीय नागरिक सम्मान पद्मश्री और पद्मभूषण से नवाजा जा चुका है। 2012 में उन्हें 'कर्नल सीके नायडू लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड फॉर क्रिकेट इन इंडिया' दिया गया।
वरिष्ठ पत्रकार
लेखक डेटा एनालिटिक्स क्षेत्र में काम करने वाले स्वतंत्र स्तंभकार हैं। वह राजनीति, लोकनीति एवं सामाजिक सरोकारों के अध्ययन में विशेष रूचि रखते हैं। साथ ही, सांख्यिकी में स्नातकोत्तर के छात्र हैं।।
सुशांत झा पेग्विन इंडिया की कंपनी हिंद पॉकेट बुक्स में कमिश्निंग एडिटर हैं और उन्होंने रामचंद्र गुहा की गांधी श्रृंखला की पुस्तकों का अनुवाद किया है।
स्वाति बक्शी लंदन के वेस्टमिंस्टर विश्विद्यालय के स्कूल ऑफ़ मीडिया ऐंड कम्यूनिकेशन में रिसर्चर हैं. वे बीबीसी हिंदी, दूरदर्शन समाचार और ऑल इंडिया रेडियो में पत्रकार/प्रसारक के तौर पर काम कर चुकी हैं.
Swati Singh is a focused professional, loves everything about the news. She feel writing is an art that ignites the fire within the soul — something you either have or you simply don’t!
पिछले 17 वर्षों से पत्रकारिता के क्षेत्र में लगातार सक्रिय हैं. पत्रकारिता की शुरुआत 2006 में लोकमत समाचार के अकोला संस्करण में बतौर संवाददाता की थी. इसके बाद 2010 से उनको लोकमत समाचार में बतौर उप संपादक कार्य करने की जिम्मेदारी मिली. 2013 से 2016 तक उन्होंने नवभारत नागपुर में खेल की खबरों पर कार्य किया. अगस्त 2016 से अब तक लोकमत समाचार नागपुर संस्करण में बतौर वरिष्ठ उप संपादक कार्य कर रहे हैं. बिजनेस की खबरों पर भी प्रमुखता से कार्य करते हैं.
25 साल से पत्रकारिता में सक्रिय। नियमित स्तंभकार। बाजारवाद के दौर में मीडिया पुस्तक प्रकाशित। मशहूर पत्रिका दिनमान का मोनोग्राफ लेखन। लिखना यानी जिंदगी, पढ़ना यानी डिप्रेशन लेकिन दोनों से अथाह प्यार।
Health and Lifestyle writer