लोकतंत्र, अंततोगत्वा किसी तानाशाह के बारे में नहीं है जो अपनी इच्छा को सब पर थोपे। यह बीच का रास्ता खोजने पर आधारित है और चरम सीमाओं की अस्वीकृति है। ...
जनहित अभियान (नवंबर 2022) मामले में सुप्रीम कोर्ट का बहुमत का फैसला देश के अंतर-पीढ़ीगत न्याय को आगे बढ़ाने के सामूहिक प्रयास में एक ऐतिहासिक क्षण है. यह पहचान और प्रतिनिधित्व से आगे, सरकारी रोजगार और शैक्षणिक संस्थानों में आरक्षण को सकारात्मक कार्रव ...
राज्य के एक अंग के रूप में सर्वोच्च न्यायालय का विचारोत्तेजक क्षेत्राधिकार स्पष्ट रूप से अपने घोषित कानून के अनुरूप है कि राज्य (जिसका न्यायालय एक अभिन्न अंग है) न केवल व्यक्तिगत अधिकारों की रक्षा करने बल्कि इसे प्रदान करने के लिए भी बाध्य है। यह वास ...
अकाट्य चिकित्सा साक्ष्य और पिछले अनुभव ने बिना किसी संदेह के इस बात को साबित किया है कि चुनावी प्रक्रियाएं जिनमें भारी भीड़ की भागीदारी होती है और रैलियों में लाखों लोगों का करीबी शारीरिक संपर्क होता है, कोविड सुपर स्प्रेडर्स हैं. ...
प्रधानमंत्री पद और शुरुआत में पार्टी अध्यक्ष के पद का त्याग उनके आलोचकों का मुंह बंद करने के लिए पर्याप्त होना चाहिए, जो उनके इरादों पर गलत तरीके से हमला करते हैं. मेरे साथ बातचीत में उन्होंने एक बार कहा था, ‘हम सही काम करके ही चुनाव जीत सकते हैं.’ ...
कोरोना की भयावह मार झेल लेने के बाद क्या हम इस महामारी की तीसरी लहर के लिए तैयार हैं? क्या सभी हकदार व्यक्तियों का टीकाकरण इस ‘वेव’ से पहले हो पाएगा? क्या बच्चों पर कोरोना के प्रहार के लिए देश तैयार है? ...
सामाजिक और आर्थिक विषमताएं संविधान के वादे पर सवालिया निशान लगाती हैं. बहु-संस्कृतिवाद पर सीधा हमला एक साझी सांस्कृतिक विरासत के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को नकारता है. ...
कृषि संबंधी अन्यायपूर्ण कानूनों के खिलाफ शहीद भगत सिंह के चाचा सरदार अजीत सिंह और महात्मा गांधी के नेतृत्व में किए जाने वाले ‘पगड़ी संभाल जट्टा’ आंदोलन और चंपारण सत्याग्रह की याद दिलाता है. ...