भारत की सांस्कृतिक पहचान आज भी विश्व में अनूठी है। अपने विचार, अपना भोजन, अपने कपड़े, अपनी परंपराएं, अपनी भाषा-संभाषण, अपनी मूर्तियां, अपने देवता, अपने पवित्र ग्रंथ और अपने जीवन मूल्य, यही तो है अपनी संस्कृति। ...
नरेंद्र मोदी कैबिनेट में बदलाव के बाद सरकार के सामने कई और चुनौतियां भी हैं। सरकार के सामने कोरोना से निपटने के साथ-साथ अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने चुनौती है। ...
कोरोना काल में सहायता के लिए राजनीतिक दलों और उनके युवा संगठनों ने कुछ काम भी किया, लेकिन दावे बड़े-बड़े किए. फिर भी लाखों सामान्य गरीब लोगों और दूरदराज इलाकों में लोगों को बहुत कठिनाइयां होती रही हैं. ...
कोरोना संकट ने भारत में स्वास्थ्य व्यवस्था की कलई एक बार फिर खोल दी है. सरकारी अस्पतालों की दुर्दशा कोई नई बात नहीं है पर इस संकट की घड़ी में सवाल प्राइवेट अस्पतालों से भी पूछे जाने चाहिए. क्या वे अरबों रुपयों की कमाई के लिए ही चलते रहेंगे? ...
गंभीर राजनीतिक टकराव, आर्थिक समस्याओं-चुनौतियों, सीमा पर पाकिस्तान-चीन के सैन्य और आतंकवादी दबावों के बावजूद इस समय भारत पूरे विश्व में सर्वाधिक समझदार, चतुर और चिकित्सा के क्षेत्र में भी अग्रणी साबित हो रहा है. ...
सरकारी रिकार्ड के अनुसार 2019 में भारत में करीब 1340 मिलियन चाय के उत्पादन का करीब पचास प्रतिशत छोटे उत्पादकों द्वारा होता है. दुनिया भर में भारतीय चाय का निर्यात भी होता है. ...
भारत में उदार लेकिन राष्ट्र हित के दृढ़ निश्चयी प्रधानमंत्नी लालबहादुर शास्त्नी सहित सरकार, संसद और संपूर्ण देश विचलित और क्रोधित हुआ. शास्त्नीजी ने संसद में विश्वास दिलाया कि इस अपराध के लिए शेख अब्दुल्ला पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी. सरकार ने तत्काल उ ...
संसद में कृषि विधेयक लाने के लिए विभिन्न दलों के नेताओं की संयुक्त समिति में भी विस्तार से विचार-विमर्श हुआ है. इसके बावजूद श्रेय लेने - देने या विरोध के नाम पर हंगामा होना ठीक नहीं है. ...