पूर्वोत्तर के तीन राज्यों के विधानसभा चुनाव परिणामों में चौंकाने वाला कोई तत्व नहीं है. वास्तव में परिणाम लगभग उम्मीदों के अनुरूप ही है. तीनों राज्यों त्रिपुरा, नगालैंड और मेघालय के चुनाव परिणामों को एक साथ मिलाकर देखें तो कुछ बातें बिल्कुल स्पष्ट है ...
इसका पंजाब पुलिस प्रशासन के पास सही आकलन होना चाहिए था। इस दृष्टि से विचार करें तो यह पंजाब पुलिस की ऐसी विफलता है जिसका दुष्परिणाम प्रदेश को लगातार अलग-अलग रूपों में भुगतना पड़ सकता है। ...
अंतरराष्ट्रीय मुद्रास्फीति पिछले 50 साल में अधिकतम ऊंचाई को छू गई है। अंतरराष्ट्रीय वित्तीय एजेंसियां विश्व की अर्थव्यवस्था की गति का अनुमान बरतने को लेकर ज्यादा सतर्क हैं। ...
टीटीपी अफगानिस्तान में प्राप्त प्रश्रय एवं सहयोग के कारण पाकिस्तान में जाकर हमले करता है और वापस आ जाता है। टीटीपी पाकिस्तान के संघ शासित जनजातीय क्षेत्र पर प्रभुत्व कायम कर चुका है और स्वात घाटी कभी भी उसके नियंत्रण में आ सकती है। ...
कोरोना केवल एक बीमारी नहीं है। यह अपने साथ आर्थिक- सामाजिक-सांस्कृतिक समस्याएं लेकर आता है। निश्चित रूप से आम लोग ईश्वर से प्रार्थना कर रहे हैं कि फिर कोरोना की त्रासदी हमारे देश में न आए। पिछली लहर को आधार बनाकर गलत आंकड़े, गलत तथ्य प्रस्तुत करने के ...
आपको बता दें कि गलवान घाटी में खूनी संघर्ष के बाद तनाव के बीच उसी वर्ष अगस्त में चीन के 100 सैनिक तवांग के एक क्षेत्र में करीब 5 किलोमीटर तक भारतीय सीमा में घुसे थे। इससे पहले इतनी बड़ी संख्या में वर्ष 2016 में करीब 200-250 चीनी सैनिकों ने तवांग स्थि ...
गुजरात और हिमाचल प्रदेश के विधानसभा चुनाव के परिणामों को दोनों जगह स्वाभाविक परिणाम रहे। गुजरात में भाजपा ने 1985 में कांग्रेस के माधव सिंह सोलंकी द्वारा जीत के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ा तो उसके पीछे भी भाजपा भी थी और हिमाचल में भाजपा हारी तो उसके पीछे भ ...