हनुमान अतुलितबलधाम हैं. उनकी शक्तियों की तुलना किसी और से नहीं हो सकती है. धर्म की रक्षा के लिए उन्हें अमरता का वर मिला. इसलिए कलियुग में भी वह जागृत देव हैं. ...
पारिस्थितिकी संतुलन का बड़ा आधार है पेड़-पौधे और जीव-जंतुओं का सहज प्राकृतिक आवास. यह संतुलन यदि बिगड़ता है तो पर्यावरण को सीधे तौर पर नुकसान होता है. ...
व्याकरण के क्षेत्र में पाणिनि और पतंजलि, औषधि के क्षेत्र में चरक और सुश्रुत, खगोलशास्त्र और गणित के क्षेत्र में आर्यभट्ट, ब्रह्मगुप्त और भास्कर, दर्शन के क्षेत्र में गौतम, आदि शंकराचार्य आदि के साथ ही कलाओं के आदि ग्रंथ संस्कृत में ही रचे गए हैं। ...
योग तन के साथ मन से जुड़ा है. मन यदि स्वस्थ हाे ताे तन अपने आप ही स्वस्थता की ओर अग्रसर होता है. अंतर्ज्ञान में व्यक्ति का अपने भीतर के अज्ञान से साक्षात्कार होता है. ...
राष्ट्र के रूप में हमारे देश का विकास केवल यहां के भू-भाग और किसी राजनैतिक सत्ता के अस्तित्व के कारण नहीं बल्कि पांच हजार से भी अधिक पुरानी हमारी संस्कृति के कारण हुआ है. ...