हर धर्म में एक परादैहिक तत्त्व की अवधारणा है,आत्मा,रूह ,सोल ,स्पिरिट जो हमें पशुओं से अलग करता है। डार्विन के सिद्धांतों से बहुत पहले हमारे पूर्वजों को इस बात का पूरा इल्म था कि हमलोग पशु हैं, मनुष्यत्त्व (यदि मैं इस शब्द को तात्कालिक प्रयोजन के लिए ...