हरीश गुप्ता लोकमत ग्रुप न्यूजपेपर के नेशनल एडिटर हैं। अपने दशकों लंबे पत्रकारीय करियर में उन्होंने इंडियन एक्सप्रेस, हिंदुस्तान टाइम्स, इंडिया टुडे, द ट्रिब्यू, अमृत बाजार पत्रिका और डीएनए जैसे संस्थानों के साथ काम किया है। वो दिल्ली में दैनिक भास्कर ग्रुप के नेशनल एडिटर भी रह चुके हैं।Read More
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हमेशा राजनीतिक पंडितों को सरप्राइज देने के लिए जाने जाते हैं. ऐसे में गुलाम नबी आजाद का नाम भी सत्तारूढ़ सरकार के गलियारे में चर्चा में है. इसकी वजह भी है. ...
भाजपा भले ही चुनावी जीत की सफलता लगातार हासिल कर रही है पर उसके सामने भी कई मुश्किलें हैं। फिर चाहे नूपुर शर्मा विवाद हो या अग्निपथ स्कीम पर मचा घमासान, जर्मनी दौरे से पहले पीएम नरेंद्र मोदी इन परेशानियों से पार पाना चाहते हैं। ...
भाजपा के पास दो प्रमुख मुस्लिम चेहरे हैं; अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी और केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान जो पीएम मोदी की पसंद हैं. ...
भाजपा में कई ऐसे नेता हैं जो आदिवासी राष्ट्रपति के पक्ष में हैं. एक आदिवासी को राष्ट्रपति के रूप में नामांकित करना बड़ी बात होगी. कई और नाम भी चर्चा में हैं। ...
केंद्र सरकारः मंत्रिमंडल में भी एस जयशंकर, आरके सिंह, हरदीप पुरी, अश्विनी वैष्णव जैसे कई मंत्री हैं जो राजनीति में सक्रिय नहीं थे. लेकिन मोदी बिना किसी मकसद के कुछ नहीं करते और तत्काल यह समझना मुश्किल है कि उन्होंने ऐसा क्यों किया. ...
नीतीश कुमार ने शायद कुछ विश्वसनीयता खो दी हो क्योंकि वे बार-बार पाला बदलते रहे हैं, लेकिन कांग्रेस के पास कोई विकल्प नहीं है क्योंकि वह हिंदी पट्टी में भी भाजपा के खिलाफ सही माहौल बनाने में विफल रही है। यह 2017 की विफल वार्ता को पुनर्जीवित करने का सम ...
प्रधानमंत्री के कथन से दो बातें स्पष्ट हैं: पहली, विपक्ष का वह नेता मोदी के बहुत करीब है और उसका कद व योग्यता ऐसी है कि वह उनसे ऐसे व्यक्तिगत मुद्दों पर बात कर सकता है। दूसरा, जो लोग सोच रहे हैं कि वर्ष 2025 में 75 वर्ष की आयु पूर्ण कर लेने के बाद मो ...
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक चतुर राजनीतिज्ञ हैं और उनकी कार्यशैली आजादी के बाद से अभी तक के सभी पूर्ववर्तियों से पूरी तरह से अलग है. उनके पास विश्वासपात्रों की एक लंबी सूची है लेकिन कोई मंडली नहीं है. यहां तक कि इन विश्वासपात्रों को भी काफी छानबीन क ...