डॉ शैलेंद्र देवलानकर पिछले दो दशकों से अंतरराष्ट्रीय संबंधों और विदेश नीति मामलों के एक राष्ट्रीय स्तर के प्रसिद्ध शोधकर्ता, विश्लेषक और स्तंभकार हैं। डॉ देवलानकर ने पुणे विश्विद्यालय से एम (राजनीति विज्ञान) में गोल्ड मेडल प्राप्त हैं। डॉ देवलानकर ने दिल्ली स्थित जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के प्रतिष्ठित इंटरनेशनल स्टडीज स्कूल से एमफिल और पीएचडी की है। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय संबंधों और विदेश निति मामलों पर 20 किताबें लिखी हैं। प्रतिष्ठित राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पत्रिकाओं में शोध लेख प्रकाशित हो चुके हैं। वह अंतरराष्ट्रीय संबंधों पर एक मान्यता प्राप्त शोध मार्गदर्शिक है।Read More
सऊदी अरब ने तेल की कीमतों को 25 प्रतिशत घटाया है, और साथ ही भविष्य में तेल उत्पादन बढ़ाने और कीमतें कम करने की भी घोषणा की है। तेल की कीमतों में गिरावट अपने लिए अच्छी है। पेट्रोल और डीजल की कीमतों में 5-6 रुपयों की कमी आ सकती है। ...
चीन का वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद में 15 प्रतिशत हिस्सा है, लेकिन कोरोना वायरस की वजह से श्रमिक कारखाने में जाने के लिए तैयार नहीं हैं। नतीजतन, वहां उत्पादन में काफी गिरावट आई है। ...
संयुक्त राज्य में अमेरिकी भारतीयों को सामने रखकर की थी। क्योंकि अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव जल्द ही होने वाले हैं। इसलिए भले ही ट्रम्प ने संयुक्त यात्रा की परंपरा को तोड़ कर ‘स्टँड अलोन’ भारत दौरा किया, लेकिन फिर भी वह अमेरिका फर्स्ट की भूमिका से नह ...
चीन की अर्थव्यवस्था आज कुछ मंदी के दौर से गुजर रही है। चीन की आर्थिक वृद्धि धीमी हो गई है। फिर भी, चीन ने सीमाओं के मुद्दे पर कभी कोई उदारवादी कदम नहीं उठाया है और न ही कभी दिखाया है। ताकि कोई भी देश चीन को कम मान न ले। ...