गणित पढ़ने और पढ़ाने का जुनून पैदा किया जाना चाहिए. लेकिन कैसे? यह देखने की जरूरत है पढ़ाए जाने वाले अध्यायों को कहानियों, प्रतीकों, ध्यान आदि से कैसे ज्यादा इनोवेटिव बनाया जा सकता है? ...
आज जरूरत है कि हमारे विश्वविद्यालय सामाजिक उद्यमिता को बढ़ावा देने की दिशा में काम करें. इच्छुक उद्यमियों के साथ बिक्री परामर्श कार्यक्रम आयोजित किया जा सकता है. ...
नास्तिकता भगवान में अविश्वास या उसके अस्तित्व से इंकार नहीं बल्कि भगवान में विश्वास का अभाव है. आस्तिकवाद और नास्तिकवाद पर बहस की बजाय हिंदू दर्शन द्वैत और अद्वैत की सोच पर चलता है. ...
पहली बार 2012 में प्रस्तावित क्षेत्रीय व्यापक आर्थिक भागीदारी (आरसीईपी) में चीन, जापान, दक्षिण कोरिया, न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया के साथ 10 आसियान अर्थव्यवस्थाएं शामिल हैं. ...
हम लगातार सुनते आ रहे हैं कि अर्थव्यवस्था पर गति पकड़ने की वाली है लेकिन तस्वीर इसके उलट है. वर्ष 2015-16 में GDP 8.1 प्रतिशत थी, इसके बाद के वर्षो में 7.62, 7.04, 6.12 प्रतिशत और वर्ष 2019-20 में 4.2 प्रतिशत ही रह गई. इसके क्या मायने हैं. ...
नौकरियां जाने से लोगों को सिर्फ वित्तीय दिक्कतें ही नहीं झेलनी पड़तीं बल्कि इससे लोगों के समग्र मानसिक व भावनात्मक स्वास्थ्य पर भी भारी असर पड़ता है. ...
क्या गांजा बीज और पत्ते भांग के रूप में आसानी से उपलब्ध नहीं हैं? क्या हम ‘कुंभ’ में साधुओं को बहुतायत से चिलम फूंकते हुए नहीं देखते हैं? इन विकृतियों की परिधि में केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन की क्या भूमिका है? ...