डिब्रूगढ़ः मोगा (पंजाब) से गिरफ्तार हुए खालिस्तानी उग्रवादी अमृतपाल को पंजाब पुलिस विशेष विमान से लेकर असम के डिब्रूगढ़ पहुंच चुकी है। विमान के डिब्रूगढ़ हवाई अड्डे पर पहुंचने के बाद अमृतपाल को सुरक्षा काफिले के बीच यहां के केंद्रीय कारागार ले जाया गया। इसके मद्देनजर डिब्रूगढ़ में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। डिब्रूगढ़ यातायात पुलिस ने हवाई अड्डे से जेल तक 15 किलोमीटर लंबे रास्ते पर आवाजाही बंद कर दी थी। सादे कपड़ों में पुलिसकर्मियों के अलावा एक विशेष दल को भी तैनात किया गया था।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि पंजाब पुलिस ने रविवार सुबह अमृतपाल सिंह को गिरफ्तार किया था, जिसके बाद उसे पंजाब के बठिंडा से विशेष विमान के जरिए लाया गया। इस जेल में अमृतपाल के अन्य सहयोगियों के भी बंद होने के कारण सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए हैं। इस संबंध में एक वरिष्ठ अधिकारी ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘उसे (अमृतपाल को) लेकर विमान अपराह्न दो बजकर 20 मिनट पर पहुंचा।’
पंजाब पुलिस ने गिरफ्तारी को लेकर कहा कि उसने मोगा जिले के रोडे गांव में कट्टरपंथी उपदेशक अमृतपाल सिंह को घेर लिया था जिससे उसके फरार होने की कोई गुंजाइश नहीं थी। पुलिस महानिरीक्षक सुखचैन सिंह गिल ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि अमृतपाल को रासुका के तहत असम के डिब्रूगढ़ ले जाया गया है। वारिस पंजाब दे' प्रमुख अमृतपाल सिंह की गिरफ्तारी से पहले वह मोगा के रोडेवाला गुरुद्वारा में दिखा था जिसका वीडियो सामने आया है।
अमृतपाल सिंह के खिलाफ पुलिस ने राष्ट्रीय सुरक्षा कानून लगाया है। पुलिस के अनुसार, सिंह के पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के साथ संबंध हैं। सिंह के खिलाफ हत्या की कोशिश, पुलिस पर हमले, लोकसेवक के काम में बाधा डालने, वैमनस्य फैलाने और आर्म्स ऐक्ट से जुड़े केस दर्ज हैं।
अमृतपाल सिंह की गिरफ्तारी के बाद पंजाब वारिस दे प्रमुख के चाचा सुखचैन सिंह ने 'द इंडियन एक्सप्रेस' से बात करते हुए कहा कि "गिरफ्तारी ने उस दुविधा को खत्म कर दिया है जिससे परिवार गुजर रहा था। अब हम कानूनी लड़ाई शुरू कर सकते हैं। उन्होंने कहा, अमृतपाल को गिरफ्तार किया गया या उसने सरेंडर कर दिया, इससे उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता।
भाषा इनपुट के साथ