Samastipur Lok Sabha seat 2024: मिथिला का प्रवेशद्वार माना जाने वाला समस्तीपुर पर अभी सभी की निगाहें टिकी हुई हैं। दरअसल, समस्तीपुर लोकसभा क्षेत्र नीतीश मंत्रिमंडल के दो मंत्री आमने सामने हैं। यहां से मंत्री अशोक चौधरी की बेटी और पटना के हनुमान मंदिर के ट्रस्टी किशोर कुणाल की पुत्रवधू शांभवी चौधरी लोजपा(रा) की टिकट पर चुनाव लड़ रही हैं तो दूसरी ओर नीतीश सरकार के एक और मंत्री महेश्वर हजारी के बेटे सनी हजारी भी कांग्रेस के टिकट पर मैदान में हैं। ऐसे में दोनों की बीच सीधा मुकाबला है। एक ओर शांभवी के पिता अशोक चौधरी चुनावी प्रबंधन में माहिर हैं तो दूसरी ओर महेश्वर हजारी इस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। यहां चौथे चरण में 13 मई को मतदान होना है। ऐसे में शनिवार को शाम में चुनाव प्रचार का भोंपू बंद हो जायेगा।
एनडीए की प्रत्याशी शांभवी चौधरी के पिता अशोक चौधरी समस्तीपुर में लगातार सक्रिय
इस बीच एनडीए की प्रत्याशी शांभवी चौधरी के पिता अशोक चौधरी समस्तीपुर में लगातार सक्रिय हैं और दूसरी ओर महागठबंधन से कांग्रेस की टिकट पर मैदान में जमे सन्नी हजारी के पिता महेश्वर हजारी भी वहां अपनी ताकत के साथ घूम रहे हैं। दोनों मंत्रियों में से किसे जनता पसंद करती है और किसे नापसंद इसपर सभी की निगाहें टिकी हुई हैं।
लोजपा उम्मीदवार रामचंद्र पासवान ने जीत दर्ज की थी
हालांकि महेश्वर हजारी के प्रति मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नाराजगी व्यक्त कर दी है और कहा है कि चुनाव के बाद सबका हिसाब वह करेंगे। इस बीच अशोक चौधरी ने कहा है कि हमें(लोजपा-रा) को पसंद करने का ट्रेंड 2014 के आम चुनाव के दौरान ही दिखने लगा था उस वर्ष लोजपा उम्मीदवार रामचंद्र पासवान ने जीत दर्ज की थी।
2019 के आम चुनाव में भी बड़े स्तर पर समस्तीपुर के मतदाताओं का रुझान बरकरार रहा। ऐसे में 2024 के आम चुनाव में वैसा ही ट्रेंड दिखाई दे रहा है। लोजपा की टिकट पर मैदान में रहे रामचंद्र पासवान को तब 55.19 प्रतिशत वोट मिले थे और कांग्रेस की टिकट पर मैदान में मौजूद अशोक कुमार को 30.50 प्रतिशत वोट आए थे।
बहू को जिताने के लिए किशोर कुणाल भी लगातार जनसंपर्क में जुटे हुए हैं
वहीं उपचुनाव में प्रिंस राज को 49.48 प्रतिशत वोट आए थे। इस बीच बहू को जिताने के लिए किशोर कुणाल भी लगातार जनसंपर्क में जुटे हुए हैं। बता दें कि किशोर कुणाल के इकलौते बेटे सायन कुणाल ने मंत्री अशोक चौधरी की बेटी शांभवी चौधरी से प्रेम विवाह किया है।
इन दोनों को आशीर्वाद देने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत और पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद भी आए थे। वहीं, प्रचार के लिए आए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि शांभवी मेरी बिटिया है। भारतवर्ष में सबसे कम उम्र की उम्मीदवार, इसे तो आपको जिताना ही है। ऐसे में यहां मुकाबला दिलचस्प हो गया है।