जालौनः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार (16 जुलाई) को उत्तर प्रदेश के जालौन जिले में बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन किया।लगभग 14,850 करोड़ रुपये की लागत से 296 किलोमीटर फोर लेन एक्सप्रेसवे का निर्माण किया गया है। एक्सप्रेसवे क्षेत्र में कनेक्टिविटी और औद्योगिक विकास को एक बड़ा बढ़ावा देगा।
केन्द्र सरकार देश भर में कनेक्टिविटी को बेहतर करने के लिए प्रतिबद्ध है, जिसकी एक प्रमुख विशेषता सड़क के बुनियादी ढांचे में सुधार लाने की दिशा में काम करना है। चित्रकूट को लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे से जोड़ने वाले फोर-लेन एक्सप्रेसवे कीआधारशिला 29 फरवरी, 2020 को पीएम मोदी ने रखी थी। इस परियोजना को पूरा होने में लगभग 28 महीने लगे। जिसका उद्घाटन प्रधानमंत्री द्वारा शनिवार किया गया।
अधिकारियों ने बताया कि मोदी सरकार ने कनेक्टिविटी और बुनियादी ढांचे पर बहुत ध्यान केंद्रित किया है। 2022-23 के बजट में सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय के लिए 1.99 लाख करोड़ रुपये बजट आवंटन किया गया था जो अब तक का सबसे अधिक है। 2013-14 में 30,300 करोड़ के आवंटन की तुलना तुलना करें तो यह लगभग 550 प्रतिशत से अधिक है।
पिछले सात वर्षों में, देश में राष्ट्रीय राजमार्गों की लंबाई 91,287 किमी (अप्रैल 2014 तक) से 50 प्रतिशत से अधिक बढ़कर लगभग 1,41,000 किमी (31 दिसंबर, 2021 तक) हो गई है।
आगे चलकर इसे छह लेन तक भी विस्तारित किया जा सकता है
बयान के मुताबिक कुल 296 किलोमीटर लंबे इस चार लेन वाले एक्सप्रेसवे का निर्माण उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवेज औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीईआईडीए) के तत्वावधान में लगभग 14,850 करोड़ रुपये की लागत से किया गया है और आगे चलकर इसे छह लेन तक भी विस्तारित किया जा सकता है। यह एक्सप्रेसवे चित्रकूट जिले में भरतकूप के पास गोंडा गांव में राष्ट्रीय राजमार्ग-35 से लेकर इटावा जिले के कुदरैल गांव तक फैला हुआ है, जहां यह आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे के साथ मिल जाता है।
एक्सप्रेस वे 7 जिलों से होकर गुजरता है
यह एक्सप्रेसवे सात जिलों यानी चित्रकूट, बांदा, महोबा, हमीरपुर, जालौन, औरैया और इटावा से होकर गुजरता है। माना जा रहा है कि बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे इस इलाके की कनेक्टिविटी में सुधार के साथ-साथ आर्थिक विकास को भी बढ़ावा देगा, क्योंकि इससे स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के ढेरों अवसर सृजित होंगे। बांदा और जालौन जिलों में इस एक्सप्रेसवे के समीप औद्योगिक कॉरिडोर बनाने का काम पहले ही शुरू हो चुका है। जालौन के पुलिस अधीक्षक रवि कुमार ने बताया कि प्रधानमंत्री के दौरे के मद्देनजर सुरक्षाकर्मियों द्वारा जिला मुख्यालय उरई के सभी होटल एवं रेस्टोरेंट पर सघन जांच पड़ताल अभियान चलाया जा रहा है ।