नई दिल्ली: भारतीय फिल्म स्टार रजनीकांत को यूएई के संस्कृति और पर्यटन विभाग ने गोल्डन वीजा से सम्मानित किया है। गोल्डन वीजा देने के लिए अभिनेता ने अबू धाबी सरकार और अपने दोस्त, व्यवसायी एमए यूसुफ अली को धन्यवाद दिया। रजनीकांत ने अबू धाबी सरकार के गर्मजोशी भरे आतिथ्य के लिए आभार व्यक्त करने के लिए एक्स पर एक वीडियो साझा किया। इसमें उन्होंने कहा कि अबू धाबी सरकार से प्रतिष्ठित यूएई गोल्डन वीजा पाकर मैं बेहद सम्मानित महसूस कर रहा हूं।
रजनीकांत ने कहा कि इस वीजा की सुविधा देने और सभी सहयोग के लिए मैं अबू धाबी सरकार और मेरे अच्छे दोस्त लुलु ग्रुप के सीएमडी श्री यूसुफ अली को हार्दिक धन्यवाद देता हूं।
क्या हैं गोल्डन वीजा के फायदे
गोल्डन वीजाधारक यूएई में किसी संपत्ति का मालिक हो सकता है।गोल्डन वीजाधारक यूएई में किसी भी समय आ सकते हैं।गोल्डन वीजाधारक यूएई में 10 वर्ष तक निवास कर सकता है।गोल्डन वीजाधारक परिवार के सदस्यों और यहां तक कि घरेलू कर्मचारियों को भी ला सकते हैं।
अबू धाबी कार्यकारी परिषद के सदस्य और संस्कृति और पर्यटन विभाग के अध्यक्ष मोहम्मद खलीफा अल मुबारक ने एमए यूसुफ अली की उपस्थिति में रजनीकांत को गोल्डन वीजा प्रदान किया। यह फिल्म उद्योग में रजनीकांत के उल्लेखनीय योगदान और उनके स्थायी प्रभाव के दिया गया।
दक्षिण भारतीय फिल्मों के सुपरस्टार रजनीकांत की लोकप्रियता न सिर्फ भारत बल्कि विदेशों में भी है। उनका असली नाम शिवाजी राव गायकवाड़ था। फिल्म इंडस्ट्री में अपना सफर शुरू करने से पहले उन्होंने बेंगलुरु में कर्नाटक राज्य परिवहन निगम के लिए एक कंडक्टर के रूप में भी काम किया। दक्षिण के लोग उन्हें रजनी सर के नाम से बुलाते हैं। उन्हें पद्म भूषण और पद्म विभूषण से भी सम्मानित किया जा चुका है।
अब भी फिल्मों में सक्रिय रजनीकांत ने 'वेट्टाइयां' की शूटिंग पूरी कर ली है, जो अक्टूबर में रिलीज़ होगी। फिल्म में अमिताभ बच्चन, फहद फासिल और राणा दग्गुबाती भी हैं। वह लोकेश कनगराज के साथ 'कुली' पर भी काम करने में व्यस्त हैं।