लाइव न्यूज़ :

Covid-19 cases: कोरोना पर बढ़त से अब बस दो कदम दूर पलवल मॉडल, प्रशासन व अलर्ट सेवाओं से बदली तस्वीर

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: April 30, 2020 8:34 PM

लॉकडाउन के दौरान जिस तरीके के जिला प्रशासन ने बेहद सजगता व जिलावासियों ने समझदारी का परिचय दिया उससे न केवल जिला में आवश्यक वस्तुओं व सेवाओं की कमी नहीं हुई साथ ही कोरोना पर सक्सेस रेट भी दूसरे इलाकों की तुलना में अधिक रहा।

Open in App
ठळक मुद्देबीती 19 अप्रैल से एक भी नया केस नहीं, लॉकडाउन में भी नहीं आई लोगों के चेहरे पर परेशानी की शिकन।कुछ दिन से जिला में एक भी केस सामने नहीं आया है। साथ ही कोरोना के 34 केस में 32 स्वस्थ होकर डिस्चार्ज होकर घर जा चुके हैं।

पलवलः हरियाणा में अप्रैल माह के पहले सप्ताह में कोरोना संक्रमित मरीजों के मामले पलवल पहले नंबर पर था, लेकिन कुछ दिन से जिला में एक भी केस सामने नहीं आया है। साथ ही कोरोना के 34 केस में 32 स्वस्थ होकर डिस्चार्ज होकर घर जा चुके हैं।

कोरोना पर पलवल की बढ़त अब न केवल हरियाणा बल्कि देश के अन्य राज्यों के लिए भी एक मॉडल है। लॉकडाउन के दौरान जिस तरीके के जिला प्रशासन ने बेहद सजगता व जिलावासियों ने समझदारी का परिचय दिया उससे न केवल जिला में आवश्यक वस्तुओं व सेवाओं की कमी नहीं हुई साथ ही कोरोना पर सक्सेस रेट भी दूसरे इलाकों की तुलना में अधिक रहा।

उपायुक्त नरेश नरवाल ने बताया कि पलवल जिला में जनता कर्फ्यू के अगले दिन लॉकडाउन लागू करने की घोषणा कर दी गई थी। पलवल में जिस तेजी से कोरोना संक्रमण के केस आए उसी तेजी से जिला प्रशासन ने एक्शन लेते हुए कंटेनमेंट प्लान पर काम आरंभ किया।

पलवल जिला के 17 गांव व हथीन नगर पालिका का एक वार्ड को पॉजीटिव केस मिलने पर तुरंत कंटेनमेंट जोन व साथ लगते 41 गांवों व हथीन नगर पालिका के 12 वार्डों के साथ-साथ नूहं जिला की सीमा से सटे पांच गांवों को बफर जोन में शामिल करते हुए स्वास्थ्य विभाग के आवश्यक प्रोटोकॉल को लागू किया गया।

लॉकडाउन की घोषणा के साथ ही आवश्यक वस्तुओं की डेली मॉनीटरिंग

पलवल हरियाणा का पहला जिला होगा, जिसने सबसे पहले कंटेनमेंट प्लान पर काम आरंभ किया जिसका नतीजा यह निकला कि जिला में सामुदायिक संक्रमण पर रोक लग सकी। उपायुक्त ने बताया कि लॉकडाउन की घोषणा के साथ ही आवश्यक वस्तुओं के स्टाक की डेली मॉनीटरिंग करनी आरंभ कर दी और साथ ही अधिकारियों की कमेटी बनाकर फल, सब्जी, किरयाने के सामान व दवाओं की आपूर्ति को सुचारू बनाए रखा।

इतना ही नहीं कंटेनमेंट जोन में शामिल गांवों में तो सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत मिलने वाले राशन की डोर स्टेप डिलीवरी की गई। हथीन के एसडीएम वकील अहमद ने बताया कि कंटेनमेंट जोन में आवश्यक सेवाओं व वस्तुओं की आपूर्ति के लिए बड़ा सराहनीय कार्य हुआ।

प्रशासन की एक अपील पर रमजान के दौरान भी लोग तरावीह की नमाज भी घर पर अदा कर रहे हैं साथ ही इफ्तार के बाद बाहर निकलने की बजाए घर पर भी रहते हैं। संस्थाओं ने ऐसे अवसर पर जो सौहार्द दिखाया उसकी जितनी प्रशंसा की जाए उतनी कम है।

लॉकडाउन तोड़ने वालों से सख्ती से निपटा गया

पुलिस अधीक्षक दीपक गहलावत ने बताया कि पलवल जिला में लॉकडाउन के दौरान पुलिस ने बड़ा एक्टिव काम किया। शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में लगातार फ्लैग मार्च के साथ-साथ लॉकडाउन तोड़ने वालों से सख्ती के निपटा गया। जिला में लॉकडाउन के दौरान नियम तोडऩे वालों के खिलाफ 191 एफआईआर दर्ज की गई जिनमें 221 को गिरफ्तार किया गया।

साथ ही मोटर व्हीकल एक्ट के तहत 1841 चालान जिनमें 535 वाहन जब्त तथा एक करोड़ 62 लाख 92 हजार सात सौ रुपए जुर्माना लगाया गया। उन्होंने बताया कि पुलिस विभाग में एक हजार से अधिक स्टाफ ने लॉकडाउन में दिनरात काम किया है।

नगराधीश जितेंद्र कुमार ने बताया कि  लॉकडाउन के दौरान जरूरतमंदों तक खाने-पीने का सामना पहुंचाना बड़ी चुनौती थी लेकिन पलवल जिला की सामाजिक, धार्मिक व स्वयंसेवी संस्थाओं ने एक बड़ी जिम्मेवारी के साथ इस कार्य को क्रियांवित किया।

करुणा मई, भारत विकास परिषद, रोटरी क्लब पलवल संस्कार, क्लीन एंड स्मार्ट सिटी, राधा स्वामी सत्संग व्यास, शिव विहार सेवा समिति, वैश्य अग्रवाल सभा, एलायंस क्लब, गुरूद्वारा सिंह सभा, ग्यारह तारीख वाले, किरण सर्व परमार्थ ट्रस्ट, राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ, लॉर्ड बुद्घा सोसायटी, सर्व कल्याण सेवा समिति, सेवा समिति के साथ अनेक लोगों ने व्यक्तिगत स्तर पर जरूरतमंदों की मदद की। जिला प्रशासन के साथ मिलकर इन संस्थाओं ने अब तक 16000 ड्राइ राशन व तीन लाख से अधिक फूड पैकेट जरूरतमंदों तक पहुंचाएं है।

सिविल सर्जन डा. ब्रह्मदीप सिंह ने बताया कि पलवल जिला में जरूरतमंदों को डोर स्टेप हेल्थ सॢवस देने के लिए 30 मोबाइल यूनिट चलाई गई है। कोविड-19 संक्रमण के केस आने के उपरांत ओपीडी सेवा बंद कर दी गई थी लेकिन लोगों को स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए मोबाइल यूनिट आरंभ की गई। कंटेनमेंट व बफर जोन क्षेत्र को छोड़कर जिला के अन्य हिस्सों में यह यूनिट 31526 लोगों की जांच कर चुकी है। लॉकडाउन के दौरान स्वास्थ्य सेवाओं को बहाल रखने के लिए यह प्रयोग बेहद कारगर साबित हुआ।

टॅग्स :कोरोना वायरसकोरोना वायरस इंडियाहरियाणामनोहर लाल खट्टरपलवलचंडीगढ़कोरोना वायरस लॉकडाउनकोरोना वायरस हॉटस्‍पॉट्स
Open in App

संबंधित खबरें

भारतCovid-19 JN.1: दिल्ली में मिला जेएन.1 का पहला केस, भारत में अब तक कोविड-19 के 529 मामले

स्वास्थ्यCovid JN.1 variant: 24 घंटे में 40 नए मामले, संख्या बढ़कर 109, गुजरात में 36, कर्नाटक में 34, गोवा में 14, महाराष्ट्र में नौ, जानें अन्य राज्य का हाल

स्वास्थ्यCovid JN.1 variant: 529 नए केस, 24 घंटों में कोरोना वायरस से तीन लोगों की मौत, कोविड-19 से कर्नाटक में हालत खराब

स्वास्थ्यCOVID-19 case updates: 24 घंटे में कोविड-19 के 529 नए मामले, 3 मरीजों की मौत

भारतराहुल गांधी पहुंचे झज्जर, पहलवान बजरंग पुनिया के साथ की बातचीत, अखाड़े में देखा पहलवानों का रियाज

भारत अधिक खबरें

भारत"कांग्रेस भगवान राम से दूरी बनाए रखती है",सैम पित्रोदा का बयान हैरानी भरा है", विश्व हिंदू परिषद के अध्यक्ष आलोक कुमार ने कहा

भारत"भाजपा राम मंदिर के नाम पर राजनीति कर रही है", शरद पवार ने मंदिर उद्घाटन में आमंत्रित न किये जाने पर कहा

भारत29 दिसंबर को उल्फा से होगा शांति समझौता, अरबिंद राजखोवा दिल्ली पहुंचे, वार्ता का दौर जारी

भारत60 प्रतिशत कन्नड़ आदेश के बाद कन्नड़ समर्थक कार्यकर्ताओं ने अंग्रेजी साइनबोर्डों को तोड़ा, डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार सख्त

भारतजानिए इंदौर की बेटी और राजधानी भोपाल की बहू कृष्णा गौर ने राज्यमंत्री बनने पर क्या कहा।