राहुल गांधी पहुंचे झज्जर, पहलवान बजरंग पुनिया के साथ की बातचीत, अखाड़े में देखा पहलवानों का रियाज
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: December 27, 2023 10:23 AM2023-12-27T10:23:46+5:302023-12-27T10:28:18+5:30
कांग्रेस नेता राहुल गांधी बुधवार की सुबह दिल्ली से झज्जर जिले के छारा गांव स्थित वीरेंद्र आर्य अखाड़े पहुंचे, जहां उन्होंने अखाड़े में रियाज कर रहे पहलवानों से मुलाकात की।
झज्जर:कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी बुधवार की सुबह दिल्ली से झज्जर जिले के छारा गांव स्थित वीरेंद्र आर्य अखाड़े पहुंचे और वहां अखाड़े में रियाज कर रहे पहलवानों से मुलाकात की। इस दौरान कांग्रेस नेता ने ओलंपियन बजरंग पूनिया से भी बातचीत की।
समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार सांसद राहुल गांधी ने अखाड़े में पहलवानों से और उनके कोच वीरेंद्र आर्य से पहलवानी के दांव पेंच को भी समझा। झज्जर का यह अखाड़ा बजरंग पुनिया समेत कई ओलंपियन खिलाड़ियों का प्रशिक्षण स्थल रहा है।
राहुल गांधी के झज्जर दौरे के बाद पहलवान बजरंग पूनिया ने कहा कि वो अखाड़े में कुश्ती का रूटीन देखने आए थे और पहलवानों के कड़े रियाज को समझने में अपना समय बिताया।
बजरंग पुनिया ने कहा, "वह हमारी कुश्ती की दिनचर्या देखने आए थे। उन्होंने कुश्ती की। वह पहलवान की दिन-प्रतिदिन की गतिविधियों को देखने आए थे।"
वहीं पहलवान बजरंग के कोच वीरेंद्र आर्य ने कहा कि कांग्रेस सांसद राहुल गांधी का दौरा सभी पहलवानों के लिए बहुत आश्चर्यजनक था क्योंकि किसी को भी उनके दौरे की जानकारी नहीं थी।
कोच आर्य ने कहा, "हमें किसी ने नहीं बताया कि राहुल गांधी यहां आ रहे हैं। हम यहां अभ्यास कर रहे थे और वह अचानक आ गये। वह सुबह में करीब 6:15 बजे यहां पहुंचे। उन्हें हमारे साथ मिलकर व्यायाम किया और फिर उन्होंने हमें अपने व्यायाम और खेल के बारे में बताया। उन्हें खेलों के बारे में बहुत ज्ञान है।''
मालूम हो कि राहुल गांधी की अखाड़े की यात्रा उनकी बहन और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी की ओलंपियन साक्षी मलिक के घर के दौरे के बाद हुई है, जब साक्षी मलिक ने कुश्ती महासंघ के विवादास्पद चुनावों के बाद खेल से सन्यास लेने का ऐलान किया था।
पिछले सप्ताह भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के चुनाव नतीजों के बाद से कुश्ती में बड़ा बदलाव देखा गया है। पूर्व डब्ल्यूएफआई प्रमुख बृज भूषण शरण सिंह के बेहद करीबी संजय सिंह बीते गुरुवार को नए अध्यक्ष के रूप में चुने दये। जिससे उन पहलवानों में बड़ी निराशा हुई, जो पूर्व डब्ल्यूएफआई प्रमुख बृज भूषण शरण सिंह के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे थे।
डब्ल्यूएफआई चुनावों में संजय सिंह की जीत के बाद भावुक साक्षी मलिक ने दिल्ली में प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए कुश्ती से संन्यास लेने की घोषणा की। हालांकि उसके बाद एक दिलचस्प मोड़ तब आया, जब खेल मंत्रालय ने कुश्ती संघ को निलंबित कर दिया।
वहीं पहलवान बजरंग पुनिया ने कुश्त संघ के चुनाव नतीजों के बाद अपना पद्मश्री लौटा दिया। इसके अलावा एक अन्य ओलंपियन विनेश फोगाट ने बीते मंगलवार को घोषणा की कि वह भी अपना मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार और अर्जुन पुरस्कार वापस कर रही हैं।
बीते रविवार को बजरंग पुनिया ने कहा कि वह अपना पद्मश्री पुरस्कार तब तक वापस नहीं लेंगे, जब तक कि यौन उत्पीड़न और उनके अपराधियों के खिलाफ लड़ने वाली उनकी "बहनों और बेटियों" को न्याय नहीं मिल जाता।