गुवाहाटी:मणिपुर हिंसा मामले में असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस की नीतियों को मणिपुर हिंसा का जिम्मेदार बताया। असम के मुख्यमंत्री ने कहा, मैं स्पष्ट रूप से कहना चाहता हूं कि कांग्रेस पार्टी द्वारा प्रारंभिक वर्षों के दौरान अपनाई गई गलत नीति के कारण आज पूर्वोत्तर राज्य स्वतंत्रता प्राप्त करने के बाद से हमारे क्षेत्र में मौजूद विभिन्न विवादों को हल करने में सक्षम नहीं है।
सरमा ने कांग्रेस को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि पूर्वोत्तर में 'बांटो और राज करो' कांग्रेस की नीति की पहचान थी। मुख्यमंत्री ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि जहां तक पूर्वोत्तर क्षेत्र का संबंध है, कांग्रेस के हाथ खून से भरे हुए हैं, चाहे वह नागालैंड, मिजोरम, असम, मणिपुर या पूर्वोत्तर क्षेत्र के अन्य हिस्से हों।
इसके अलावा मुख्यमंत्री हिमंत ने उल्फा (आई) प्रमुख परेश बरुआ को "अतिथि" के रूप में राज्य का दौरा करने और दशकों में बदली हुई स्थिति को देखने के लिए आमंत्रित किया है। यहां एक कार्यक्रम से इतर पत्रकारों से बात करते हुए सरमा ने कहा कि बरुआ को निमंत्रण किसी वार्ता में भाग लेने के लिए नहीं है, बल्कि विकसित और शांतिपूर्ण असमिया समाज को देखने के लिए है।
सीएम ने कहा, "परेश बरुआ खुद एक जानकार व्यक्ति हैं। इसका मतलब यह नहीं है कि वह आएंगे क्योंकि मैंने उन्हें आमंत्रित किया है। उनके पास अपना ज्ञान और तर्क है। "हालांकि, मुझे लगता है कि अगर वह हमारे मेहमान के रूप में सिर्फ सात दिनों के लिए असम में रहते हैं , उन्हें एहसास होगा कि पुराना असम बहुत बदल गया है...।''