मुंबईः राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने मुकेश अंबानी सुरक्षा मामले और मनसुख हिरन हत्याकांड में मुंबई के पूर्व पुलिस अधिकारी प्रदीप शर्मा को गिरफ्तार किया है।
एनआईए की टीम द्वारा मुंबई के अंधेरी (पूर्व) इलाके में प्रदीप शर्मा के आवास पर तलाशी लेने के तीन घंटे बाद एनआईए के मुंबई कार्यालय में गिरफ्तारी की गई। सूत्रों के अनुसार, शर्मा को अन्य आरोपियों के बयानों के आधार पर गिरफ्तार किया गया था, जिसमें उनका नाम और सबूतों के रूप में तकनीकी डेटा के रूप में आतंकवाद और हत्या मामले में उनकी संभावित भूमिका की ओर इशारा किया गया था।
एनकाउंटर स्पेशलिस्ट के तौर पर जाने जाने वाले प्रदीप शर्मा से एनआईए अधिकारियों ने इस मामले में पहले भी दो बार पूछताछ की थी। वह मुंबई पुलिस के पूर्व अधिकारी सचिन वाझे के करीबी के रूप में जाना जाता है, जिसे केंद्रीय एजेंसी ने दोनों मामलों में मुख्य साजिशकर्ता के रूप में गिरफ्तार किया है। प्रदीप शर्मा 1983 में मुंबई पुलिस में सब-इंस्पेक्टर के रूप में शामिल हुए और मुंबई अंडरवर्ल्ड से संबंधित 300 से अधिक मुठभेड़ों में शामिल रहे हैं, जिनमें से 113 शूटआउट उनके नाम पर हैं।
पूर्व पुलिस अधिकारी प्रदीप शर्मा के आवास पर छापा मारा
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने उद्योगपति मुकेश अंबानी के आवास के पास एक वाहन में विस्फोटक रखा हुए पाए जाने और कारोबारी मनसुख हिरेन की हत्या के मामले की जांच के संबंध में बृहस्पतिवार को सुबह यहां उपनगर अंधेरी में पूर्व ‘मुठभेड़ विशेषज्ञ’ पुलिस अधिकारी प्रदीप शर्मा के आवास पर छापा मारा।
एक अधिकारी ने बताया कि एनआईए की टीम ने सीआरपीएफ कर्मियों के साथ सुबह करीब छह बजे अंधेरी पश्चिम में जे बी नगर में स्थित शर्मा के आवास पर छापा मारा। तलाशी चल रही है। सूत्रों के मुताबिक, एनआईए की टीम मामले के संबंध में शर्मा से पूछताछ भी कर रही है। शर्मा जिस इमारत में रहते हैं वहां तक जाने वाली सड़कों को केंद्रीय सुरक्षा बलों ने घेर लिया है और इलाके में लोगों की आवाजाही पर पाबंदी है। छापे की सूचना मिलने के बाद मुंबई पुलिस ने भी घटनास्थल पर अपने कर्मियों को तैनात किया है।
इससे पहले एनआईए ने जांच के संबंध में दक्षिण मुंबई में अपने कार्यालय में दो दिनों तक शर्मा से पूछताछ की थी। केंद्रीय जांच एजेंसी ने पहले मामले में संलिप्तता को लेका पूर्व पुलिस अधिकारी सचिन वाजे, रियाजुद्दीन काजी, सुनील माने, पूर्व पुलिस कांस्टेबल विनायक शिंदे और क्रिकेट सटोरिये नरेश गौड़ को गिरफ्तार किया था।
उसने हाल ही में इस सिलसिले में संतोष शेलार और आनंद जाधव को गिरफ्तार किया था। एनआईए ने कहा कि दोनों व्यक्ति कारोबारी मुकेश अंबानी के आवास के समीप उस एसयूवी को खड़ी करने की साजिश में कथित तौर पर शामिल थे जिसमें विस्फोटक सामग्री रखी हुई थी।
अंबानी के दक्षिण मुंबई में स्थित आवास ‘एंटीलिया’ के पास इस साल 25 फरवरी को एसयूवी खड़ी पायी गयी थी। वाहन में विस्फोटक रखा था। इस गाड़ी के मालिक ठाणे के कारोबारी मनसुख हिरेन पांच मार्च को मुंबई क्रीक में मृत पाए गए थे। पहले इन दोनों मामलों की जांच महाराष्ट्र पुलिस कर रही थी लेकिन बाद में इन्हें एनआईए को सौंप दिया गया।