मुंबई: अभिनेत्री रवीना टंडन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर ट्रोलर्स द्वारा की गई टिप्पणियों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि वह उन्हें कोई महत्व नहीं देना चाहती हैं। अपने नए इंटरव्यू में रवीना ने यह भी कहा कि उनकी टिप्पणियों से उनका काम कम नहीं होगा। उन्होंने उन फिल्मों के बारे में भी बात की जो उन्होंने कीं और उन्होंने उन परियोजनाओं को क्यों चुना।
रवीना को इस सप्ताह की शुरुआत में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा पद्मश्री से सम्मानित किया गया था। सम्मान के बाद कई लोगों ने सोशल मीडिया पर उन्हें यह कहते हुए ट्रोल किया कि उन्हें पुरस्कार क्यों मिला। मिड-डे को दिए इंटरव्यू में रवीना ने कहा, "मैं उन्हें कोई महत्व नहीं देना चाहती क्योंकि उनका अपना एजेंडा है। कुछ लोगों की टिप्पणियां, जिनके 20 अनुयायी हैं और मैंने जो काम किया है उसे नहीं देखा है, मेरे काम को कम नहीं करेगा।"
उन्होंने आगे कहा, "ट्रोल्स को सिर्फ ग्लैमर दिखता है; वे हमारी कड़ी मेहनत और लंबे समय तक नहीं देखते हैं। हम जानते हैं कि आज सोशल मीडिया पर कितनी ध्रुवीकृत चीजें हैं, लेकिन दूसरों ने ऐसी सुंदर (शुभकामनाएं) भेजी हैं। मैंने उन मुद्दों पर फिल्में करने की कोशिश की जिन्हें मैं मजबूती से महसूस करती हूं। निर्भया मामले ने मुझे इतना झकझोर दिया था कि मैं मातृ [2017] करना चाहती थी।"
रवीना ने ये भी कहा, "चाहे वह दमन, जागो [2004] या मातृ हो, इन फिल्मों में महिलाओं के खिलाफ हिंसा और महिला सशक्तिकरण के बारे में बात की गई थी। मुझे कमर्शियल सिनेमा पसंद है, लेकिन मैं ऐसी परियोजनाओं पर भी ध्यान देती हूं, जो समाज में बदलाव लाएं।" बताते चलें कि रवीना रंडन की बेटी राशा ने उन्हें पद्मश्री मिलने के बाद उनकी तारीफ करते हुए इंस्टाग्राम पर एक नोट लिखा था।