कार्तिक महीने में आनेवाली पूर्णिमा तिथि का विशेष महत्व होता है. इस साल 12 नवंबर को कार्तिक मॉस की पूर्णिमा है. इसी तिथि पर गुरुनानक देव की जयंती भी है. हिन्दू पंचांग के अनुसार कार्तिक पूर्णिमा को त्रिपुरारी पूर्णिमा और देव दीपावली भी कहते हैं. पौराणिक कथाओं के अनुसार प्राचीन काल में इस तिथि पर शिवजी ने त्रिपुरासुर नाम के दैत्य का वध किया था, इस कारण इसे त्रिपुरारी पूर्णिमा कहते हैं। इसके अलावा मान्यता है कि कार्तिक पूर्णिमा पर ही भगवान विष्णु ने मत्स्यावतार भी लिया था. ये भी माना जाता है की कार्तिक पूर्णिमा के दिन देवता की दीपावली होती है. इसीलिए इसे देव दीपावली भी कहते हैं. कार्तिक मॉस के स्नान का ये आखरी दिन होता है. कार्तिक पूर्णिमा के शुभ दिन पर किसी पर पवित्र नदी में स्नान, दीपदान, पूजा, आरती, हवन और दान का विशेष महत्व होता है.