Ayodhya Ram Mandir: रामलला के 'प्राण प्रतिष्ठा' पर राम भक्तों के लिए लॉन्च हुआ मनमोहक गीतों का एल्बम, "लहराओ भगवा प्रभु श्रीराम आए हैं"
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: January 16, 2024 01:15 PM2024-01-16T13:15:07+5:302024-01-16T13:19:39+5:30
अयोध्या में आज हो रहे रामलला के प्राण प्रतिष्ठा के पावन मौके पर विशाल जाला फिल्म्स ने राम भक्तों के लिए बहुत मनमोहक गीत एल्बम "लहराओ भगवा प्रभु श्रीराम आए हैं" को लॉन्च किया है।
नई दिल्ली:अयोध्या में आज रामलला के प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम विधिवत आरंभ हो गया है। इस पावन मौके पर विशाल जाला फिल्म्स ने राम भक्तों के लिए बहुत मनमोहक गीत एल्बम "लहराओ भगवा प्रभु श्रीराम आए हैं" लॉन्च किया है।
भक्तिमय वातावरण को गीतों के जरिये और अधिक आकर्षक बनाने वाले इस भक्ति संगीत के निर्माता प्रमोद ज़ाला ने विशाल ज़ाला और रविभाई मेघानी के साथ मिलकर राममय भक्ति संगीत के क्षेत्र में अपना विशेष योगदान दिया है।
वैसे भी संगीत भारतीय पौराणिक कथा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है और भारत में संगीत की जड़ें प्राचीन काल से भक्ति को बढ़ावा दे रही हैं। भक्ति संगीत दुनिया की सबसे पुरानी संगीत परंपराओं में से एक है। यही कारण है कि विविध और बहुआयामी संगीत को धार्मिक विषयों, सांस्कृतिक प्रभावों और अद्वितीय संगीत शैलियों के आधार पर वर्गीकृत किया जा सकता है।
जैसा कि भारत 22 जनवरी को अयोध्याराम मंदिर में भगवान राम के 'प्रण प्रतिष्ठा' समारोह का बेसब्री से इंतजार कर रहा है। उससे पहले विशाल ज़ाला फिल्म्स का भावपूर्ण भक्ति गीत "लहराओ भगवा प्रभु श्री राम आए हैं" बिल्कुल सही समय पर श्रीराम भक्तों के दिलों में गूंजने के लिए तैयार है।
सुरेश तिवारी यास द्वारा लिखी गये मनमोहक भक्ति गीतों को एल्बम "लहराओ भगवा प्रभु श्री राम आए हैं" की सुरीली पेशकश से भक्तों का मन शांत होगा और उनमें राम भक्ति की दिव्य आभा का संचार होगा। प्रकृति की आनंदमय धुनों के माध्यम से बुनाई करते हुए यह गीत आपको शरीर, मन और आत्मा के लिए एक कायाकल्प करने वाले अनुभव से जोड़ता है।
गीतों के इस मधुर एल्बम "लहराओ भगवा प्रभु श्री राम आए हैं" को अयोध्या के राम मंदिर के होने वाले उद्घाटन से पहले इस कारण से लॉन्च किया गया है ताकि लाखों लोगों के दिलों में गूंज रही श्री राम की बढ़ती भक्ति को सुर-संगीत की दिव्यता का एहसास हो। गीतों की यह श्रंखला श्रीराम के नाम के जीवंत जप पर केंद्रित है।
निर्माता प्रमोद ज़ाला का मानना है कि गीत के माध्यम से पूजा भगवान और शांति के साथ जुड़ने का सबसे प्रामाणिक और गतिशील तरीका है और शांति मानव कल्याण का एक अभिन्न अंग है। इसलिए विशाल ज़ाला फिल्म्स का यह एल्बम भक्तों को दिव्य अनुभव प्राप्त करने में मदद करेगा।
इस एल्बम के गीतों को संगीतबद्ध किया है जय महेश भवरिया ने और इसका छायांकन सुरेश भाटिया और निखिल ज़ाला ने किया है। वहीं गीतों के निर्देशन की जिम्मेदारी रफीक भाई पठान ने निभाई है।