Utpanna Ekadashi 2023: किस दिन पड़ रही उत्पन्ना एकादशी? जानें तारीख और शुभ मुहूर्त
By अंजली चौहान | Published: November 27, 2023 03:53 PM2023-11-27T15:53:45+5:302023-11-27T15:54:15+5:30
जो भक्त वार्षिक उपवास करने का लक्ष्य रखते हैं, वे उत्पन्ना एकादशी से एकादशी व्रत शुरू करते हैं।
Utpanna Ekadashi 2023: हिंदू धर्म को मानने वाले लोग हर साल मार्गशीर्ष माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी को उत्पन्ना एकादशी का व्रत रखते हैं। यह दिन बेहद खास होता है और लोग इस दिन व्रत-पूजन और भगवान का ध्यान करते हैं। धार्मिक मान्यता है कि उत्पन्ना एकादशी का व्रत करने से मनुष्य के पिछले जन्मों के पाप भी नष्ट हो जाते हैं।
उत्पन्ना एकादशी व्रत के प्रभाव से व्यक्ति को सुख, आरोग्य और जन्म-मृत्यु के बंधन से मुक्ति मिलती है। इस साल उत्पन्ना एकादशी का व्रत बेहद खास होने वाला है। हिंदू पंचांग के अनुसार इस बार उत्पन्ना एकादशी 8 दिसंबर को मनाई जाएगी। उत्पन्ना एकादशी का दिन भगवान विष्णु को समर्पित है।
उत्पन्ना एकादशी शुभ मुहूर्त
हिंदू पंचांग के अनुसारस मार्गशीर्ष माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि 8 दिसंबर को प्रात: काल 05 बजकर 06 मिनट पर शुरू होगी और अगले दिन 09 दिसबंर को सुबह 06 बजकर 31 मिनट पर समाप्त होगी।
वहीं, जो लोग इस दिन व्रत रखने वाले हैं वह 09 दिसंबर को दोपहर 01 बजकर 15 मिनट से लेकर 03 बजकर 20 मिनट के मध्य व्रत खोल सकते हैं।
पूजन विधि
एकादशी के दिन, भक्त सुबह जल्दी उठते हैं और स्नान करते हैं जिसके बाद वे साफ कपड़े पहनते हैं और उपवास रखते हैं। भक्त भगवान विष्णु की पूजा करते हैं और फूल, चंदन, फूल और तुलसी चढ़ाने के अलावा धूप, दीप जलाते हैं। अनुयायी विष्णु सहस्रनाम को समर्पित भजन भी गाते हैं।
इस दिन, भक्त एक विशेष भोग तैयार करते हैं और अन्य पूजा, अनुष्ठानों की तरह, वे व्रत कथा पढ़ते हैं जो महीने के लिए विशिष्ट होती है। पारण के समय ही वे व्रत खोलते हैं। व्रत खोलते समय आप केवल सात्विक भोजन का सेवन करें, प्याज, लहसुन या कोई तामसिक सामग्री का नहीं। इस दिन कई लोग पवित्र जल में डुबकी भी लगाते हैं और ऐसा माना जाता है कि ऐसा करने से आपके दोष नष्ट हो जाते हैं।
(डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी सामान्य ज्ञान पर आधारित है। लोकमत हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है कृपया किसी भी मान्यता के मानने से पहले इसकी पुष्टि विशेषज्ञ द्वारा अवश्य कर लें।)