फेफड़ों के मरीज खाएं ये 5 चीजें, सांस की तकलीफ होगी दूर, खांसी में भी मिलेगा आराम By संदीप दाहिमा | Published: May 06, 2021 3:31 PMOpen in App1 / 5फेफड़े में सूजन और अस्थमा का दौरे पड़ने के दौरान श्वास के मार्गों को बंद करने के लिए जिम्मेदार है सूजन। लेकिन हल्दी से आप इसका इलाज कर सकतें है। क्योंकि यह रक्त वाहिकाओं को फैलाने में मदद करती है और मांसपेशियों को आराम दिलाती है, हल्दी अस्थमा के लक्षणों को काबू में रखने में एक शक्तिशाली हथियार है।2 / 5अदरक अस्थमा से लड़ने में बहुत कारगर है। कुछ लोगों का कहना है कि एंटीहिस्टामाइन दवाओं से बेहतर काम करता है जैसे कि बेनेड्रिल वायुमार्ग को साफ करने और सूजन रोकती है। लेकिन अदरक की सबसे खास बात यह कि इसका इस्तेमाल करने से कोई भी साइड-इफ़ेक्ट नहीं होता है, जिसका अर्थ है कि आप इसे सुरक्षित रूप से रोज़ाना खाने और अच्छे स्वास्थ्य के लिए पेय पदार्थ में जोड़ सकते हैं।3 / 5एवोकाडो में एल-ग्लुटाथियोन की मात्रा काफी अधिक होती है। जो की अस्थमा मरीजों के बहुत फायदेमंद है। एवोकाडो हमारे शरीर में सेल्स को डैमेज होने से बचाता है। इसके अलावा शरीर में विषैले पदाथो को बाहर निकल कर शिरी को स्वस्थ रखता है। एवोकाडो में मौजूद एल-ग्लुटाथियोन श्वास नलिकाएं में सुजन को ठीक करता है और क्षतिग्रस्त आंत स्वास्थ्य की मरम्मत करता है।4 / 5लंदन के इंपीरियल कॉलेज में शोधकर्ताओं ने 2011 में एक अध्ययन के मुताबिक यह देखा गया की अगर दिन में एक केला खाया जाए तो यह अस्थमा के असर को कम कर सकता है। केले में फाइबर की मात्रा अधिक होती है। सांस लेने में होने वाली परेशानियों को यह बढ़ने नहीं देता है। एक दिन में केवल एक केला खाने वाले बच्चों को अस्थमा के लक्षणों के जोखिम को कम कर देता है।5 / 5कई बार शरीर में पानी की कमी हो जाती है और हम इससे नजरंदाज़ कर देते है लेकिन शरीर में पानी की कमी होने से डिहाइड्रेशन प्रॉब्लम हो जाती है। सांस जैसी प्रॉब्लम का अहम कारण डिहाइड्रेशन भी है। क्योंकि जब शरीर में पानी की कमी होने लगती है तो हिस्टामाइन का स्तर तेजी से बढ़ने लगता है। जिसके कारण अस्थमा जैसी परेशानी कब हो जाती है पता ही नहीं चलता है। इसके शरीर में पानी की कमी बिलकुल न होने दें। और पढ़ें Subscribe to Notifications