नई दिल्ली: विश्व के सबसे अमीर व्यक्तियों में शामिल क्रिप्टोकरेंसी फर्म 'Binance' के प्रमुख चांगपेंग झाओ को मंगलवार को चार महीने की कारावास की सजा अमेरिकी कोर्ट ने सुनाई। इस बात का खुलासा टेलीग्राफ की रिपोर्ट में किया है।
झाओ को पिछले साल अमेरिकी एंटी-मनी लॉन्ड्रिंग और प्रतिबंध कानूनों के उल्लंघन के लिए दोषी ठहराए जाने के बाद सिएटल कोर्ट ने सजा सुनाई थी।
अभियोजकों द्वारा तीन साल की सजा पर जोर देने के बावजूद एक अमेरिकी न्यायाधीश ने उन्हें 4 महीने की सजा सुनाई, क्योंकि कोर्ट ने झाओ के पिछले व्यवहार की सकारात्मक प्रकृति को ध्यान में रखा और इसलिए उन्हें ये सजा सुनाई।
Binance प्रमुख अब सबसे अमीर कैदियों में शामिल हो गए हैं, उनके पास करीब 33 बिलियन डॉलर की संपत्ति है। इसकी जानकारी ऑउटलेट ने दी है। 47 वर्षीय झाओ ने पिछले साल ही कंपनी के सीईओ पद से इस्तीफा सौंपा था, यह बात अमेरिकी डील का हिस्सा थी। अभी भी उनके पास कंपनी के 90 फीसदी शेयर हैं।
एएफपी के मुताबिक, चांगपेंग झाओ ने एंटी-मनी लॉन्ड्रिंग मामले में दोषी पाए जाने पर सजा सुनाई और बिनेंस की ओर से इस बात की सहमति बनी कि अब वो 4.3 बिलियन डॉलर रुपए लगे आरोपों के लिए चुका देंगे। कोर्ट में दायर याचिका के अनुसार, "अभियोजकों ने न्यायाधीश से ऐसे अपराध के लिए तीन साल की सजा देने की मांग की थी, जिसके लिए आम तौर पर परिवीक्षा की आवश्यकता होती है"।
झाओ के खिलाफ बने मामले पर वकीलों ने एक फाइलिंग में प्रतिवाद किया कि परिवीक्षा के साथ दंडित किया जाना उचित है और कानूनी मिसाल के अनुरूप है। उन्होंने झाओ की जिम्मेदारी स्वीकार करने के साथ-साथ उनके परोपकारी ट्रैक रिकॉर्ड का भी हवाला दिया।