मुंबई: क्रूज ड्रग्स मामले में बॉलीवुड अभिनेता शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान को क्लीन चिट मिल गई है। चार्जशीट में उनका नाम हटा दिया है। ऐसे में इस मामले की जांच कर रहे पूर्व एनसीबी अधिकारी समीर वानखेड़े की कार्रवाई पर कई सवाल खड़े होते हैं।
शनिवार को महाराष्ट्र के गृहमंत्री दिलीप वालसे पाटिल ने कहा, आर्यन खान पर लगे आरोपों में कोई सच्चाई नहीं थी, इसलिए चार्जशीट से उनका नाम हटा दिया गया है। मुझे लगता है कि केंद्र ने भी इस मामले का संज्ञान लिया है और संबंधित अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की जानकारी दी है।
समीर वानखेड़े पर कार्रवाई को लेकर महाराष्ट्र के गृहमंत्री ने कहा, अगर कोई किसी बेगुनाह को झूठा फंसा रहा है तो उसके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। मुझे लगता है कि NCB के पूर्व अधिकारी समीर वानखेड़े ने जिस तरह से इस मामले को संभाला, उसके खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए। बता दें कि समीर वानखेड़े पर फर्जी जाति प्रमाण-पत्र बनवाने के मामले में सरकार पहले ही कार्रवाई कर चुकी है।
आपको बता दें कि ड्रग्स एनसीबी ने शुक्रवार को कोर्ट में चार्जशीट पेश की जिसमें आर्यन खान का नाम नहीं था। आर्यन खान को क्लीनचिट मिलने को लेकर एनसीबी के डीजी एस एन प्रधान ने माना है कि इस मामले में समीर वानखेड़े और उनकी टीम से गलती हुई है। बता दें कि उस वक्त समीर वानखेड़े इस मामले में जाँच अधिकारी थे।
गौर हो कि क्रूज ड्रग्स मामले में शुक्रवार को एनसीबी ने कोर्ट में जो चार्जशीट पेश की जिसमें आर्यन खान का नाम नहीं था। आर्यन खान को क्लीनचिट मिलने को लेकर एनसीबी के डीजी एस एन प्रधान ने माना है कि इस मामले में समीर वानखेड़े और उनकी टीम से गलती हुई है। बता दें कि उस वक्त समीर वानखेड़े इस मामले में जाँच अधिकारी थे। मामले में आर्यन खान को 28 दिनों तक जेल में रहना पड़ा था। अब उन्हें क्लीन चिट दे दी गई है।