हरतालिका तीज का व्रत सुहागन महिलाए अपने पति की लम्बी उम्र के लिए रखती है. इस दिन साड़ी महिलाए नए वस्त्र पहनकर, मेंहदी लगाकर और सोलह श्रृंगार करके भगवान शिव और मां पार्वती की पूजा करती. अचा वर पाने के लिए इस व्रत को कुवरिया कन्याये भी रखती है.हरतालिका तीज के दिन महिलाएं 24 घंटे से भी अधिक समय तक निर्जला व्रत करती हैं और रात के समय महिलाएं जागरण करके भजन कीर्तन करती है. अगले दिन सुबह विधि विधान से पूजा-पाठ करने के बाद ही व्रत खोलती हैं. यह त्योहार मुख्य रूप से बिहार, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और मध्य प्रदेश में मनाया जाता है.