7 खून का मलाल नहीं शायरी लिखने में मशगूल शबनम का आशिक Shabnam Death Penalty: प्यार को मुकाम तक पहुंचाने के लिए सात लोगों की जिंदगी खत्म करने वाले शबनम के आशिक सलीम को फांसी से डर नहीं लगता। वो आज भी शबनम से उतना ही प्यार करता है जितना वह जेल से बाहर रहकर करता था। लेकिन हैरत की बात यह है कि सात लोगों को निर्ममता से मौत के घाट उतारने वाला सलीम फांसी की सजा सुनाए जाने के बाद भी बेफिक्र है। उसने जेल के अधिकारियों से कहा है.. साहब! काहे परेशान हो रहे हो, इतनी जल्दी मुझे न लगेगी फांसी वासी, यहां ऐसे थोड़े फांसी लग जाती है। इतने विकल्प खुले हैं कि हमको फांसी लगते-लगते अभी सालों लग जाएंगे।