Indian Air Force: 88 साल पूरे, राफेल, सूर्यकिरण-सारंग टीम ने आसमान में दिखाए करतब, see pics By सतीश कुमार सिंह | Published: October 08, 2020 4:41 PMOpen in App1 / 12एयर चीफ मार्शल आर.के.एस. भदौरिया ने बृहस्पतिवार को कहा कि भारतीय वायु सेना ने अपने संकल्प, अभियान क्षमता और कभी भी जरूरत पड़ने पर अपने दुश्मन से प्रभावी तरीके से निपटने की इच्छाशक्ति का ‘‘स्पष्ट’’ रूप से प्रदर्शन किया है। 2 / 12वायुसेना दिवस के अवसर पर अपने संबोधन में पूर्वी लद्दाख में वायुसेना की युद्ध संबंधी तैयारियों और बल की त्वरित तैनाती का जिक्र करते हुए यह कहा। 3 / 12वायुसेना प्रमुख ने हिंडन एयरबेस पर 88वें वायुसेना दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में राष्ट्र को आश्वस्त किया कि सभी परिस्थितियों में राष्ट्र की संप्रभुता और हितों की रक्षा के लिए बल हमेशा तैयार रहेगा और स्वयं को विकसित करता रहेगा। 4 / 12पूर्वी लद्दाख में सुरक्षा चुनौतियों का जिक्र करते हुए वायुसेना प्रमुख ने उत्तरी सीमांतों पर हालिया गतिरोध के दौरान वायुसेना के जांबाज योद्धाओं की ‘त्वरित प्रतिक्रिया’ के लिए उनकी सराहना की। साथ ही, किसी भी तरह की परिस्थितियों से निपटने के लिए बहुत कम समय में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर युद्ध संबंधी साजो सामान की त्वरित तैनाती के बारे में भी बात की।5 / 12वायुसेना दिवस पर परेड का निरीक्षण करते हुए भदौरिया ने कहा, ‘‘उत्तरी सीमाओं पर हाल के गतिरोध के दौरान त्वरित प्रतिक्रिया देने के लिए मैं सभी वायु योद्धाओं की सराहना करता हूं, तब हमने किसी भी तरह के हालात से निपटने के लिए संक्षिप्त सूचना पर अपने लड़ाकू साजो सामान को तैनात किया तथा भारतीय सेना के लिए तैनाती और अन्य सभी आवश्यकताओं के लिए सक्रियता से समर्थन प्रदान किया।’’6 / 12वायुसेना प्रमुख भदौरिया ने कहा, ‘‘हमने अपने संकल्प, अपनी संचालन क्षमता और प्रतिकूल परिस्थितियों से प्रभावी ढंग से निपटने की इच्छाशक्ति का स्पष्ट रूप से प्रदर्शन किया है।’’ पूर्वी लद्दाख में भारत और चीन के सैनिकों के बीच पांच महीने से गतिरोध की स्थिति बनी हुई है। इस बीच, वायुसेना ने किसी भी परिस्थिति का सामना करने के लिये क्षेत्र में महत्वपूर्ण सैन्य साजो सामान तैनात किये हैं।7 / 12रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने वायुसेना दिवस पर शुभकामनाएं दी और कहा कि सरकार बल की युद्ध क्षमता को बढ़ाने के लिए दृढ़ संकल्पित है। उन्होंने कहा, ‘‘राष्ट्र वायुसेना के शौर्य को सलाम करता है और उसे नीली वर्दी वाले महिलाओं और पुरुषों (वायुसेना कर्मी) पर गर्व है। 8 / 12वायुसेना चुनौतियों का सामना करने और शत्रुओं को खदेड़ने के लिए हरदम तैयार है। आधुनिकीकरण तथा स्वदेशीकरण के जरिए वायुसेना की युद्ध क्षमता को बढ़ाने का हमारा दृढ़ संकल्प है।’’ वायुसेना प्रमुख भदौरिया ने अपने संबोधन में कहा कि क्षेत्र में खतरे के हालात और जटिल होते जा रहे हैं और उभरते सुरक्षा परिदृश्य में हर तरह के युद्ध क्षेत्र में लड़ाई के लिए मजबूत वायु सेना की महती आवश्यकता है।9 / 12उन्होंने कहा, ‘‘हमारे क्षेत्र में उभर रहे सुरक्षा परिदृश्य जटिल होते जा रहे हैं। सैन्य शस्त्रागार में बड़े पैमाने पर निवेश कर रहे महत्वाकांक्षी शत्रुओं से लेकर ऐसे शत्रु भी हैं, जिन्हें सरकार के नियंत्रण से बाहर के तत्व कपटपूर्ण तरीके मदद दे रहे हैं। इसके अलावा आतंकवाद और साइबर जगत से पैदा होने वाले अर्द्ध परंपरागत खतरे भी क्षेत्र में हैं।’’ 10 / 12भदौरिया ने कहा कि विध्वंसकारी प्रौद्योगिकी और ड्रोन जैसे सस्ते विकल्पों तक सुगम पहुंच को देखते हुए अर्द्ध परंपरागत खतरों पर बहुत अधिक ध्यान देने की जरूरत है। वायुसेना दिवस के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में बल के बेड़े के पुराने विमानों से लेकर हाल में शामिल हुए राफेल समेत आधुनिक विमानों ने आसमान में शानदार प्रदर्शन किया।11 / 12संबोधन में भदौरिया ने कहा कि कोरोना वायरस महामारी के बावजूद वायुसेना अपने सभी अभियान करने में सक्षम है क्योंकि संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए पहले ही कदम उठा लिए गए थे। उन्होंने प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) के पद के सृजन और सैन्य मामलों का विभाग के गठन को तीनों सेवाओं की प्रभावशीलता, समन्वय और सैन्य बलों की संपूर्ण लड़ाकू क्षमता को बढ़ाने की दिशा में एक ‘‘ऐतिहासिक कदम’’ बताया। 12 / 12भदौरिया ने कहा कि हाल ही में बेड़े में शामिल राफेल, चिनूक और अपाचे जंगी विमानों से शत्रुओं से मुकाबला करने की हमारी क्षमता में उल्लेखनीय इजाफा हुआ है। और पढ़ें Subscribe to Notifications