अंबाला: हरियाणा में भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व गृह मंत्री अनिल विज अब अपनी ही पार्टी में पराया महसूस कर रहे हैं। भाजपा आलाकमान द्वारा हरियाणा में किये हालिया फेरबदल के बाद और मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के नए मंत्रिमंडल में जगह न बना पाने वाले भाजपा नेता अनिल विज ने बीते बुधवार को कहा कि कुछ लोगों ने उन्हें अपनी पार्टी में 'पराया' बना दिया है।
समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार अंबाला में एक सार्वजनिक रैली को संबोधित करते हुए अनिल विज ने ने बिना किसी का नाम लिए कहा, "माना कुछ लोगों ने मुझे मेरी पार्टी में बेगाना बना दिया है, परंतु कई बार बेगाने अपना कहने के लिए भी ज्यादा काम कर जाते हैं। सच है कि कुछ लोगों ने मुझे अपनी महफ़िल में पराया बना दिया है, लेकिन कभी-कभी पराये लोग अपनों से ज़्यादा काम करते हैं।"
हरियाणा की नवगठित भाजपा सरकार के मंत्रिमंडल में अनिल विज को नहीं शामिल किया गया, जो पहले की मनोहर लाल खट्टर सरकार में गृह मंत्री थे। नई सरकार में शामिल न किये जाने को लेकर विज इतने नाराज थे कि नई कैबिनेट के शपथ ग्रहण समारोह में भी शामिल नहीं हुए और विधायक दल की बैठक बीच में ही छोड़कर चले गए थे।
राज्य भाजपा प्रमुख सैनी ने लोकसभा चुनाव से कुछ हफ्ते पहले मनोहर लाल खट्टर की जगह सीएम का पद संभाला था। सीएम समेत आठ कैबिनेट सदस्य नए चेहरे थे। 19 मार्च को शामिल किए गए आठ मंत्रियों में से सात दो बार के विधायक हैं। हालांकि राज्य के पूर्व गृह मंत्री अनिल विज को नई कैबिनेट में अपने लिए जगह नहीं मिल पाई।
जबकि अनिल विज के बारे में अटकलें थीं कि वह जननायक जनता पार्टी के दुष्यंत चौटाला के हटने के बाद भाजपा द्वारा नियुक्त दो उपमुख्यमंत्रियों में से एक हो सकते हैं।
जब भाजपा ने 2014 में 90 सदस्यीय हरियाणा विधानसभा में पहली बार बहुमत हासिल किया, तो विज को मुख्यमंत्री पद के प्रबल दावेदार के रूप में देखा गया। हालांकि पार्टी ने इस पद के लिए पहली बार विधायक बने मनोहर लाल खट्टर को चुना था। साल 2019 के चुनावों में भी खट्टर ने विज को फिर से सीएम की दौड़ में हरा दिया था और बाद में उन्हें अपनी सरकार में गृह और स्वास्थ्य जैसे प्रमुख विभाग आवंटित किया था।